देहरादून. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को सचिवालय में सचिव समिति की बैठक की. मुख्य सचिव ने राज्य में ईकोलाॅजी एवं इकोनाॅमी के संतुलन के लिए निर्धारित किए गए फ्रेमवर्क ‘‘नौ सूत्र प्रगति प्रकृति संतुलन मिशन’’ पर गंभीरता से कार्य करने की हिदायत देते हुए सभी सचिवों से इस सम्बन्ध में सुझाव मांगे.

नियोजित बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष बल देते हुए मुख्य सचिव ने सचिव कृषि को राज्य में बदलती जलवायु के अनुकूल खेती के तहत जैविक कृषि, मृदा संरक्षण व कुशल सिंचाई प्रबन्धन से सम्बन्धित योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए. उन्होंने सचिव पर्यटन को राज्य में ईको-सर्टिफिकेशन, वेस्ट मैनेजमेंट और ईको टूरिज्म नीतियों को क्रियान्वित करने के निर्देश दिए.

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सीएस ने सचिव उद्योग को उद्योग क्षेत्र में ग्रीन टेक्नोलॉजी के उपयोग से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और सस्टेनिबिटी को कायम करने के निर्देश दिए. उन्होंने सचिव ऊर्जा को ईकोलाॅजिकल सेफगार्ड वाले छोटे जल विद्युत प्रोजेक्ट और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने सचिव आवास एवं लोक निर्माण विभाग को जलवायु अनुकूल आवासों और सड़कों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए.

विभिन्न क्षेत्रों का अध्ययन करने के निर्देश

मुख्य सचिव ने उत्तराखण्ड के पर्यावरण और आर्थिकी में संतुलन के विजन को पूरा करने के लिए विश्वभर और अन्य राज्यों में अपनायी जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करने के साथ राज्य की पारिस्थितिकी के अनुकूल क्रियान्वित करने के निर्देश दिए. उन्होंने अन्य देशों और राज्यों में विशेष रूप से कृषि, पर्यटन, मैन्यूफैक्चरिंग, ऊर्जा समेत इन्फ्रास्ट्रक्चर में किए जा रहे बेहतरीन कार्यों के अध्ययन के भी निर्देश दिए. सीएस ने अधिकारियों को इस दिशा में मुख्यमंत्री की ओर से शुरू किए गए नौ सू़त्र फ्रेमवर्क पर एक विस्तृत एक्शन प्लान बनाते हुए गंभीरता से कार्य करने के भी निर्देश दिए.