रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव का आरक्षण 7 जनवरी मंगलवार को संपन्न हो गया. आरक्षण तय होने के साथ दावेदारों की सक्रियता भी बढ़ गई हैं. भाजपा और कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो महिला आरक्षण की स्थिति में अपनी पत्नियों के नाम को आगे करने में लग गए हैं. राजधानी रायपुर से लेकर बस्तर और सरगुजा तक सभी निगमों में दावेदारों की भीड़ है.
ऐसी स्थिति में आइए जरा सिसलिलेवार जानते हैं किस नगर निगम में किसकी कितनी मजबूत दावेदारी है और क्यों है ?
1 – जगलदपुर नगर निगम- अनारक्षित
जगदलपुर नगर निगम इस बार अनारक्षित है. 2019 में महिला ओबीसी के लिए आरक्षित हुआ था. 2019 के महापौर का चुनाव पार्षदों ने किया था. तब कांग्रेस की सफीरा साहू महापौर बनीं थी.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
यशवर्धन राव- करीब 50 वर्षीय राव भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल में रह चुके हैं. करीब 25 वर्षों तक पार्षद रहे हैं. दो बार नेता-प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं.
रामाश्रय सिंह- 54 वर्षीय सिंह संगठन में कई पदों में रह चुके हैं. करीब 4 दशक से राजनीति में हैं. पूर्व पार्षद रह चुके हैं. वर्तमान में जिला महामंत्री हैं.
संजय पाण्डेय- 55 वर्षीय पाण्डेय भी 4 दशक से अधिक समय से संगठन के विभिन्न पदों में रहे हैं. 20 साल तक पार्षद रहे हैं. दो बार नेता-प्रतिपक्ष रह चुके हैं. वर्तमान में प्रदेश प्रवक्ता हैं.
अनिल लुक्कड़- 62 वर्षीय लुक्कड़ शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी हैं. समाजसेवा और पर्यावरण के मुहिम से जुड़े हैं. वर्तमान भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ में सह-संयोजक हैं.
अभिनाश श्रीवास्तव- 41 वर्षीय श्रीवास्तव युवा नेता हैं. छात्र संगठन की राजनीति होते हुए वर्तमान में जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष हैं.
कांग्रेस
रेखचंद जैन- करीब 60 वर्षीय जैन कांग्रेस की राजनीति में लंबे समय से हैं. पूर्व में विधायक रह चुके हैं. 2018 विधानसभा चुनाव जीते थे, 2023 में दोबार टिकट नहीं मिली थी. शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी भी हैं.
मलकीत सिंह गैंदू- करीब 50 वर्षीय गैंदू वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस संगठन में प्रभारी महामंत्री हैं. पूर्व बस्तर परिवहन संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं. झीरम नक्सली हमले के पीड़ित भी हैं.
राजीव शर्मा- करीब 50 वर्षीय राजीव शर्मा छात्र राजनीति से ही कांग्रेस में जुड़े हैं. शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं.
सुशील मौर्य- 39 वर्षीय मौर्य तेज-तर्रार युवा नेता हैं. एनएसयूआई, युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों में रहे हैं. वर्तमान जिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं.
2 – धमतरी नगर निगम- अनारक्षित
जगदलपुर की तरह धमतरी नगर निगम भी इस बार अनारक्षित है. 2019 में यह ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित था. 2019 में कांग्रेस पार्षदों के निर्वाचन से विजय देवांगन महापौर बने थे.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
कविन्द्र जैन- करीब 45 वर्षीय जैन भाजपा संगठन में वर्षों से सक्रिय हैं. जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं. वर्तमान में जिला मीडिया प्रभारी हैं.
विजय मोटवानी- करीब 35 वर्षीय मोटवानी जिले के युवा नेता हैं. भाजयुमो जिला अध्यक्ष र चुके हैं. वर्तमान में पार्षद हैं.
निर्मल बड़रिया- करीब 58 वर्षीय बड़रिया भाजपा संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं. जिले के प्रतिष्ठित व्यापारी हैं. पूर्व में जिलाध्यक्ष रह चुके हैं.
राजेश शर्मा- करीब 50 वर्षीय शर्मा जिले के चर्चित समाजसेवी हैं. भाजपा से उनका जुड़ाव वर्षों का है.
प्रकाश शर्मा- करीब 50 साल प्रकाश शर्मा पूर्व पार्षद रह चुके हैं. कुछ वरिष्ठ नेताओं के करीबी है.
कुछ अन्य नामों में- महेन्द्र पंडित और पूर्व महापौर अर्चना चौबे भी हैं.
कांग्रेस
मोहन लालवानी- करीब 60 वर्षीय लालवानी कांग्रेस में कई दशकों से हैं. पूर्व में जिला अध्यक्ष रह चुके हैं.
अनुराह मसीह- करीब 53 वर्षीय कॉलेज अध्यक्ष सहित, 3 बार पार्षद और नेता-प्रतिपक्ष रह चुके हैं.
रुपेश राजपूत- करीब 50 वर्षीय राजपूत तीन बार पार्षद रहे हैं. संगठन में जमीनी नेता के तौर सक्रिय हैं.
विजय देवांगन- वर्मतान महापौर, 55 साल, तीन बार पार्षद और नेता-प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं.
3 – राजनांदगांव नगर निगम- अनारक्षित
राजनांदगांव नगर निगम इस बार अनारक्षित है. 2019 चुनाव में ओबीसी महिला आरक्षित था. 2019 में कांग्रेस की हेमा देशमुख महापौर बनी थीं.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
मधुसूदन यादव- करीब 55 वर्षीय यादव भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं. वे महापौर, विधायक और सांसद रह चुके हैं. एक बार फिर महापौर बनने की रेस में सबसे आगे हैं.
नीलू शर्मा- करीब 45 वर्षीय नीलू शर्मा भाजपा संगठन में विभिन्न पदों में रह चुके हैं. रमन सरकार में भंडार गृह निगम के अध्यक्ष भी रहे हैं. वर्तमान में प्रदेश प्रवक्ता हैं.
शिव वर्मा- करीब 60 वर्षीय वर्मा भाजपा के पुराने और मजबूत नेताओं में से एक हैं. 5 बार पार्षद रह चुके हैं.
शैंकी बग्गा- करीब 42 वर्षीय बग्गा IRS की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं. वर्तमान में भाजपा आईटी सेल में जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
कांग्रेस
कुलबीर छाबड़ा- करीब 50 वर्षीय छाबड़ा लंबे समय से पार्टी कार्यरत् हैं. वर्तमान शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं.
संतोष पिल्लै- करीब 50 वर्षीय पिल्लै 6 बार पार्षद रह चुके हैं. संगठन के समर्पित नेता हैं.
जितेन्द्र मुदलियार- करीब 47 वर्षीय जितेन्द्र मुदलियार स्व. उदय मुदलियार के बेटे हैं. भूपेश सरकार में
नरेश डाकलिया- 60 वर्षीय डाकलिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. पूर्व महापौर रह चुके हैं.
4 – अंबिकापुर नगर निगम – अनुसूचित जनजाति आरक्षित
अंबिकापुर नगर निगम इस बार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हुआ है. 2019 में कांग्रेस के डॉ. अजय तिर्की महापौर चुने गए थे.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
मंजुषा भगत- 49 वर्षीय मंजुषा भगत 4 बार की पार्षद हैं. जिला भाजपा उपाध्यक्ष रह चुकी हैं.
कमलभान मरावी- 61 वर्षीय मरावी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. सरगुजा से सांसद और विधायक रह चुके हैं.
इंदर भगत- 36 वर्षीय भगत युवा नेता और जिला महामंत्री हैं.
प्रेमानंद तिग्गा- 45 वर्षीय तिग्गा भी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और पूर्व में पार्षद रह चुके हैं.
कांग्रेस
डॉ. अजय तिर्की- 55 वर्षीय डॉ. तिर्की पेशे चिकित्सक हैं. क्षेत्र में समाजसेवी डॉकटर के रूप में चर्चित हैं. 2019 में महापौर चुने गए थे. 2023 विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. एक बार प्रमुख दावेदार हैं.
5 – रायगढ़ नगर निगम- अनुसूचित जाति
रायगढ़ नगर इस बार भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2019 में कांग्रेस से जानकी काटजू महापौर चुनी गईं थीं.
भाजपा और कांग्रेस से दावेदार
भाजपा
परदेशी मिरी- 45 वर्षीय मिरी भाजपा संगठन में सक्रिय हैं. 3 बार पार्षद रह चुके हैं.
रंजू संजय- 40 वर्षीय रंजू पार्टी की तेज-तर्रार नेत्री हैं. पूर्व में पार्षद रह चुकी हैं.
प्रदीप ऋंगी- 40 वर्षीय ऋंगी पार्टी के सक्रिय नेता हैं.
राकेश रात्रे- 40 वर्षीय रात्रे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं.
नरेश गोरख- 45 वर्षीय गोरख पार्टी में 20 साल सक्रिय हैं. जिला महामंत्री और उपाध्यक्ष रह चुके हैं.
कांग्रेस
जानकी काटजू- 2019 में पार्षदों के निर्वाचन से महापौर बनने वाली जानकी काटजू एक बार प्रमुख दावेदार है.
लखेश्वर मिरी- 40 वर्षीय मिरी कांग्रेस के सक्रिय नेता हैं. 4 बार पार्षद रह चुके हैं.
खुशीराम मल्होत्रा- 55 वर्षीय मल्होत्रा किसान नेता हैं. संगठन में विभिन्न पद में रहे हैं.
जेठूराम मनहर- 55 वर्षीय मनहर वर्तमान में निर्दलीय है. अर्थात किसी दल से नहीं है. लेकिन ज्यादा झुकाव भाजपा की ओर है.
6 – चिरमिरी नगर निगम- अनारक्षित
चिरमिरी नगर निगम 2019 में सामान्य महिला के लिए आरक्षित था. 2019 में कंचन जायसवाल महापौर चुनी गईं थीं.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
द्वारिका जायसवाल- 56 वर्षीय जायसवाल संगठन के कई पदों पर रह चुके हैं. क्षेत्र में पार्टी के मजबूत नेता हैं.
संजय सिंह- 49 वर्षीय सिंह युवा मोर्चा से निकले तेज-तरार्र नेता हैं. संगठन के कई पदों में रहे हैं.
कीर्ति वासु- भाजपा संगठन के सक्रिय नेता वासु पूर्व में नेता-प्रतिपक्ष रह चुके हैं.
डमरू बेहरा- 52 वर्षीय बेहरा पूर्व महापौर रह चुके हैं. संगठन में कई जिम्मेदारियों के साथ विभिन्न चुनाव में संचालक भी रहे हैं.
कांग्रेस
डॉ. विनय जायसवाल- 49 वर्षीय डॉ. जायसवाल विधायक रह चुके हैं. 2023 में दूसरी बार टिकट नहीं मिली थी.
डमरू रेड्डी- 48 वर्षीय रेड्डी- पूर्व में महापौर रह चुके हैं. कांग्रेस संगठन के विभिन्न पदों में रहे हैं.
बलदेव दास- 57 वर्षीय दास कांग्रेस संगठन में कई पदों में रहे हैं. पूर्व पार्षद, 3 बार एल्डरमैन, जिला स्तरीय विभिन्न समितियों के सदस्य रहे हैं. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
बबीता सिंह- 56 वर्षीय सिंह महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. पार्षद भी रह चुकी हैं.
गायत्री बिरहा – 49 वर्षीय गायत्री बिरहा 3 बार पार्षद रह चुकी हैं. प्रदेश सचिव के साथ संगठन में कई दायित्वों को निभा चुकी हैं.
7 – कोरबा नगर निगम- अनारक्षित महिला
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
ऋतु चौरसिया- 45 वर्षीय ऋतु महिला मोर्चा की पदाधिकारी हैं. पार्षद रहने के साथ महापौर का चुनाव लड़ चुकी हैं.
वैशाली रत्न- 45 वर्षीय वैशाली महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष हैं.
कल्पना पटेल- 55 वर्षीय पटेल पार्टी की सक्रिय सदस्य हैं. समाजसेविका के रूप में क्षेत्र में कार्यरत् हैं.
रुकमणि नायर- 56 वर्षीय नायर संगठन की समर्पित कार्यकर्ता हैं.
कांग्रेस
रेणु अग्रवाल- 58 वर्षीय रेणु अग्रवाल पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल की पत्नी हैं. सामाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं. पूर्व में महापौर रह चुकी हैं.
उषा तिवारी- 60 वर्षीय उषा तिवारी कांग्रेस संगठन में जिला से लेकर राज्य तक कई पदों में पर रही हैं. तेज-तर्रार सक्रिय नेत्री की छवि है.
अर्चना उपाध्याय- 50 वर्षीय अर्चना उपाध्याय पूर्व में पार्षद रह चुकी हैं. महिला आयोग में सदस्य भी रही हैं. संगठन के कई पदों पर भी रही हैं.
8 – दुर्ग नगर निगम- ओबीसी महिला
दुर्ग नगर निगम इस बार पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है. 2019 में अनारक्षित था. तब धीरज बाकलीवाल महापौर चुने गए थे.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
डॉ. मानसी गुलाटी- डॉ. गुलाटी संघ की पृष्ठभूमि से आती हैं. क्षेत्र की प्रख्यात चिकित्सक हैं.
चंद्रिका चंद्राकर- 60 वर्षीय चंद्रिका चंद्राकर पार्टी की जुजारू कार्यकर्ता हैं.
अल्का बाघमार- जिले की सक्रिय नेत्री हैं. वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष हैं.
गायत्री वर्मा- जिला महिला मोर्चा उपाध्यक्ष हैं.
कांग्रेस
रामकली यादव- 60 वर्षीय रामकली यादव महिला कांग्रेस की जुझारू नेत्री हैं.
जमुना साहू- 3 बार पार्षद रही हैं. संगठन में कई पदों पर रही हैं.
गायत्री साहू- 2 बार पार्षद रह चुकी हैं. युवा और तेज-तर्रार नेत्री हैं.
9 – बिलासपुर नगर निगम- ओबीसी आरक्षित
बिलासपुर नगर इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है. 2019 में अनारक्षित था. तब अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुए चुनाव में ओबीसी वर्ग के रामशरण यादव महापौर चुने गए थे.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
भाजपा
शैलेन्द्र यादव- करीब 45 वर्षीय यादव युवा मोर्चा से राजनीति में हैं. पूर्व में पार्षद रह चुके हैं. वर्तमान दक्षिण मंडल के अध्यक्ष हैं.
विजय ताम्रकार- करीब 56 वर्षीय ताम्रकार पूर्व में एल्डरमैन रह चुके हैं. पत्नी भी पार्षद रह चुकी हैं. संगठन के कार्यों में सक्रिय हैं.
रामदेव कुमावत- कुमावत भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे हैं. लेकिन पूर्व में पार्षद का चुनाव हार चुके हैं. पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं.
किशोर राय- 60 वर्षीय राय संगठन के मजबूत नेता हैं. पूर्व में महापौर रह चुके हैं. एक बार फिर किस्मत अजमाने तैयार हैं.
कांग्रेस
प्रमोद नायक- करीब 52 वर्षीय नायक स्वच्छ छवि के नेता हैं. युवा कांग्रेस सक्रिय राजनीति में हैं. जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रह चुके हैं. कुर्मी समाज के बड़े नेता हैं.
लक्ष्मीनाथ साहू- करीब 42 वर्षीय साहू तिफरा ब्लॉक अध्यक्ष हैं. समाज में भी बेहद सक्रिय हैं.
विनोद साहू- करीब 45 वर्षीय साहू सरकंडा ब्लॉक अध्यक्ष हैं. पार्टी और समाज की गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं.
रामशरण यादव- 2019 में अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुए चुनाव में महापौर चुने गए थे. लेकिन 2014 में महापौर के प्रत्यक्ष प्रणाली चुनाव में हार गए थे.
10 – रायपुर नगर निगम- सामान्य महिला
रायपुर नगर निगम इस बार सामान्य महिला आरक्षित है. 2019 में अनारक्षित था. तब अप्रत्यक्ष प्रणाली चुनाव में एजाज ढेबर महापौर चुने गए थे.
भाजपा और कांग्रेस के दावेदार
मीनल चौबे- भाजपा की तेज-तर्रार नेत्री हैं. संगठन में कई पदों रही हैं. नेता-प्रतिपक्ष रही हैं. वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद है.
शैलेन्द्री परघनिया- संगठन के कई पदों पर रह चुकी हैं. पिछड़ा वर्ग कल्याण परिषद में भी रही हैं. करीब 30 साल से सक्रिय राजनीति में हैं.
प्रभा दुबे- संगठन की विश्वनीय और मजबूत चेहरा हैं. पूर्व महापौर का चुनाव हार चुकी हैं. संगठन और सरकार में विभिन्न पदों पर रही हैं.
सीमा संतोष साहू– दो बार पार्षद रही हैं. ओबीसी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं. मजबूत दावेदारी है.
वर्णिका शर्मा- संघ की पृष्ठभूमि से आती हैं. समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं.
कांग्रेस
दीप्ति दुबे- समाजसेवा के क्षेत्र में चर्चित नाम है. पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी हैं.
डॉ. किरणमयी नायक- वर्तमान में महिला आयोग की अध्यक्ष हैं. पूर्व में महापौर रह चुकी हैं. संगठन में भरोसेमंद नेत्री हैं.
प्रगति वाजपेयी- महिला कांग्रेस की प्रवक्ता हैं. संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं.
वंदना राजपूत- कांग्रेस की तेज-तर्रार प्रदेश प्रवक्ता हैं.
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें