प्रयागराज. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पर्यटन मंत्री ने कहा कि ‘महाकुम्भ भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक है. राज्य सरकार का प्रयास है कि महाकुंभ से लौटने वाला प्रत्येक श्रद्धालु एक सुखद अनुभूति लेकर जाए. सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले लगभग 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के इस महाकुंभ में आने की संभावना है. श्रद्धालुओं की सुविधाओं के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.’
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ‘कुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं के ठहरने, आने-जाने में कोई कठिनाई न हो इसके लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का निरीक्षण किया. तैयारियां हमारे मनोनुकूल है. नेत्र चिकित्सालय भी देखा. सीएम योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में जिस आशा और उम्मीद से महाकुंभ के लिए कदम बढ़ाया था, सकारात्मक रुख के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. प्रयागराज शहर में 20 लघु मंचों के माध्यम से प्रदेश की विभिन्न लोक कलाओं, क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा 45 दिनों तक भव्य प्रदर्शन किया जाएगा. महाकुंभ में भव्य ड्रोन शो और लेजर शो भी आयोजित कराया जाएगा. जल्द तारीखों की घोषणा की जाएगी.’
जयवीर सिंह ने बताया कि ‘महाकुंभ के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज देशभर के कलाकारों के संगम का भी अवसर प्रदान करेगा. श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विविध विधाओं के शीर्ष कलाकार प्रस्तुति देंगे. महाकुंभ में भव्यता, दिव्यता और अलौकिकता का अनुभव कर सके, इसके लिए तमाम सुविधाएं सुलभ कराई जा रही हैं. यूपी पर्यटन निगम (यूपीएसटीडीसी) ने पर्यटकों के लिए विभिन्न टूर पैकेज भी तैयार की है. उन्होंने प्रदेश के जागरूक नागरिकों से अपील की है कि सनातन संस्कृति को ऊंचाई पर ले जाने के लिए महाकुंभ-2025 की ब्रांडिंग और मार्केटिंग भी करें.’
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मंत्री ने राजधानी दिल्ली में यूपी पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘महाकुंभ-2025 प्रील्यूड’ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ‘महाकुंभ-2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश के केंद्रीय नेताओं एवं प्रदेश तथा संघ क्षेत्रों के राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों और एलजी को भी आमंत्रित किया गया है. विभिन्न देशों के राजदूतों को भी इसमें अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अनुरोध किया गया है. पर्यटन विभाग की ओर से पांच एकड़ में यूपी स्टेट पवेलियन की स्थापना की जा रही है, जिसमें कुल 12 सर्किट को प्रदर्शित किया जाएगा. वृहद मानचित्र पर थ्री-डी तकनीक के माध्यम से अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज, कुशीनगर, सारनाथ, नैमिषारण्य सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को दर्शाया जाएगा.’
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यूपी पर्यटन विभाग की विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया ने महाकुंभ से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि महाकुंभ-2025 से संबंधित समस्त जानकारियों के लिए वेबसाइट औप ऐप बनाया गया है. 990 पर्यटन स्कॉर्ट्स गाइड, 1500 वेंडर्स की ट्रेनिंग कराई गई है. 1000 टैक्सी-ऑटो ड्राइवर और 600 नाविकों को स्टोरी टेलिंग का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. ये सभी श्रद्धालुओं/पर्यटकों को कुंभ की कथा सुनाएंगे. उन्होंने बताया कि कुंभ में क्या करें, क्या न करें. इसके लिए एक पत्रिका तैयार की गई है. निशुल्क मिलने वाली पत्रिका सभी पर्यटन केंद्रों पर आगंतुकों के लिए उपलब्ध होगी. इसी तरह विभाग ने पर्यटकों के लिए मैप, ‘द फेथ’, बुकलेट आदि की व्यवस्था की गई है. भारत की समस्त भाषाओं में बुकलेट उपलब्ध होगी, ताकि अन्य प्रान्त से आने वालों को कोई दिक्कत न हो. ऐप के जरिए पर्यटक/श्रद्धालु आसपास के पर्यटन स्थलों की जानकारी भी ले सकते हैं. उन्होंने कहा, ओडीओपी के तहत स्टॉल लगाए जाएंगे. इसी प्रकार ग्रामीण महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं के माध्यम से रूरल टूरिज्म को भी प्रमोट करेंगे. विशेष जानकारी मेला सेंटर से ली जा सकती है.
यूपी पर्यटन निगम (यूपीएसटीडीसी) की एमडी सुश्री सान्या छाबड़ा ने पर्यटन निगम द्वारा मेले में की गई तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ‘यूपीएसटीडीसी ने विभिन्न पैकेज तैयार किए हैं, जिसकी जानकारी संबंधित वेबसाइट पर उपलब्ध है. श्रद्धालु ऑनलाइन गाइड की बुकिंग कर सकते हैं. यह सुविधा मेला सेंटर पर भी उपलब्ध होगी. भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय की ओर से कला ग्राम बसाया गया है. टेंट सिटी में भी सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है. रेलवे, हवाई अड्डे या अन्य सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात आदि की सुविधा होगी. योग, मेडिटेशन सेंटर के साथ-साथ हेलीकॉप्टर जॉयराइड की भी सुविधा दी जा रही है. 7-8 मिनट की हेलीकॉप्टर सवारी के लिए 3000 रुपए देने होंगे.
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