Ramlala Pran Pratishtha Mahotsav First Anniversary. अयोध्या. राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एक साल पूरा हो रहा है. इस अवसर पर कल यानी पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी (11 जनवरी, 2025) प्रतिष्ठा द्वादशी मनाई जाएगी. ये महोत्सव 13 जनवरी तक चलेगा. जिसमें तीनों दिन विभिन्न आयोजन होंगे.

11 जनवरी को समारोह का शुभारंभ रामलला के अभिषेक से होगा. सुबह 10 बजे से रामलला का पूजन और अभिषेक का सिलसिला शुरू होगा. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जिस विधिविधान से रामलला का अभिषेक किया गया था, उसी तर्ज पर प्रतिष्ठा द्वादशी पर भी रामलला का अभिषेक पंचामृत, सरयू जल आदि से किया जाएगा. अभिषेक-पूजन के बाद ठीक 12:20 बजे रामलला की महाआरती होगी. 22 जनवरी को 12:20 बजे ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान हुआ था. इन तीन दिनों में पांच स्थानों पर धार्मिक अनुष्ठान होंगे. 

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इस आयोजन के लिए यज्ञ मंडप, राम जन्मभूमि मंदिर का आंतरिक हिस्सा, यात्री सुविधा केंद्र, और अंगद टीला पर विशेष कार्यक्रम होंगे. अंगद टीला पर आम जनता को बिना रोक-टोक के प्रवेश मिलेगा, जहां तीन से चार प्रकार के कार्यक्रम होंगे. यहां पर 6 घंटे की अवधि में 2000 मंत्रों का उच्चारण और अग्नि देवता को आहुतियां दी जाएंगी. इस दौरान हनुमान चालीसा, राम रक्षा स्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम और भगवान राम का बीज मंत्र का पाठ भी होगा. इसके अलावा, मंदिर में शाम को राग सेवा पेश की जाएगी, जिसमें स्थानीय, प्रांतीय और अखिल भारतीय स्तर के गायकों और वादकों का गायन होगा.

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मंदिर में बजेगी लता मंगेशकर की आखरी कंपोजिशन की धुन

बता दें कि राग सेवा का शुभारंभ भारत रत्न लता मंगेशकर द्वारा रिकॉर्डेड उनकी अंतिम कंपोजिशन श्री राम स्तुति श्लोक की आदर स्वरूप प्रस्तुति से होगा. श्री राम राग सेवा में प्रभु श्री रामलला सरकार की महिमा में भजनों, रागों और कीर्तन की भावपूर्ण प्रस्तुति दी जाएगी, जिससे वातावरण दिव्य आनंद और भक्ति से भर जाएगा. ये शुभ अवसर ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह की वर्षगांठ को चिह्नित करता हैं, जो प्रभु श्री रामलला सरकार के प्रति अद्भुत श्रद्धा और मंदिर की करोड़ों श्रीराम भक्तों के लिए आध्यात्मिक केंद्र के रूप में भूमिका को दर्शाता है.