‘रत्ती टोटका’ मिलेगा सम्मान, कोर्ट-कचहरी में होगी जीत!

गुंजा जिसे रत्ती भी कहा जाता है, दुर्लभ वनस्पतियों में शामिल है.

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ये ऐसी बेल है, जिसकी जड़ से लेकर फल-पत्ती सभी का महत्व है. इसका उपयोग आयुर्वेद से लेकर धार्मिक और तांत्रिक क्रिया तक में किया जाता है.

कुछ हिंदू परिवारों में दूल्हे की शादी के समय लाल गुंजा चूड़ी पहनाया जाता है, ऐसा करने से उसे किसी की नजर नहीं लगती.

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गुंजा को अपने पास रखकर कोर्ट-कचहरी या किसी उच्च अधिकारी के समक्ष जाने से कार्य सिद्ध होता है और मान-सम्मान मिलता है.

गुंजा को चंदन की तरह सिर पर लगाने से कार्य सिद्ध होता है. आने वाली परेशानी पहले ही दूर हो जाती है.

यदि रवि पुष्य नक्षत्र में गुंजा की जड़ ताबीज में बंद करके किसी स्त्री की कमर में बांधा जाए तो पुत्र की प्राप्ति की संभावना होती है.