Rajasthan News: जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने वर्ष 2024 में शहर में अपराध की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा कि तुलनात्मक रूप से इस वर्ष अपराधों में कमी दर्ज की गई, लेकिन साइबर अपराध, वाहन चोरी और सड़क हादसे बड़ी चुनौती बने रहे। बीते वर्ष जयपुर में कई बड़ी आपराधिक घटनाएं सुर्खियों में रहीं, जबकि कुछ मामलों में पुलिस अब भी समाधान खोजने में लगी हुई है।

अपराध में आई कमी

पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, 2024 में महिला अपराध और एससी-एसटी वर्ग से जुड़े मामलों में कमी आई है। लूट, डकैती, हत्या, दुष्कर्म और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में भी गिरावट देखी गई। इसके बावजूद नकबजनी, वाहन चोरी और साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय रही। पुलिस का दावा है कि शांति व्यवस्था के लिहाज से वर्ष 2024 बेहतर रहा, हालांकि सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की कुछ घटनाओं ने पुलिस को चुनौती दी।

सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि

रिपोर्ट में वाहन चोरी के मामलों में 46% की वृद्धि दर्ज की गई। चोरी के मामलों में कुछ कमी आई, लेकिन नकबजनी की घटनाएं 28% बढ़ गईं। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े चिंताजनक रहे, जिनमें 60% की वृद्धि हुई। 2024 में कुल 3127 सड़क हादसे हुए, जो 2023 के 2914 हादसों की तुलना में अधिक थे। हादसों में मृतकों की संख्या भी बढ़ी, जो सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए गंभीर समस्या बनकर उभरी।

साइबर अपराध का बढ़ता ग्राफ

साइबर अपराध की घटनाएं 2024 में बढ़ीं। पुलिस ने टेक्नोलॉजी आधारित अपराधों पर नियंत्रण के लिए नए प्रयास शुरू किए हैं। पुलिस का कहना है कि 2025 में साइबर क्राइम पर काबू पाने के लिए और प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

महिला सुरक्षा का हाल

महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस ने निर्भया स्क्वाड के जरिए 1068 आरोपियों को गिरफ्तार किया। महिला अत्याचार के 9581 मामलों में कार्रवाई की गई। अवैध हथियारों से संबंधित घटनाएं भी कम हुईं। 2023 में फायरिंग के 29 मामलों के मुकाबले 2024 में केवल 12 मामले सामने आए, जो 59% की गिरावट को दर्शाता है।

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