भुवनेश्वर. राज्य सरकार ओडिशा में जंगल की आग को रोकने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक का लाभ उठाएगी. सरकार ने गर्मी के मौसम में जंगल की आग से निपटने और जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए पूरे राज्य के जंगलों में एआई-आधारित कैमरे लगाए हैं.
वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने आज कहा, “राज्य सरकार ओडिशा में जंगल की आग से निपटने के लिए विभिन्न उपाय कर रही है. हमने जंगल में आग को रोकने के लिए एआई-आधारित कैमरे लगाए हैं और विशेष दस्ते तैनात किए हैं. सरकार नियमित रूप से स्थिति की निगरानी कर रही है.”
एआई-आधारित कैमरे जंगल की आग का जल्द पता लगाने में सहायता करेंगे. सूत्रों ने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए लोगों और मशीनों को जुटाने के लिए यह महत्वपूर्ण है.
पिछले साल, राज्य सरकार ने मयूरभंज जिले में सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के दुर्गम क्षेत्रों में फील्ड कर्मियों की आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 10 ऑल-टेरेन वाहन (एटीवी) खरीदने का फैसला किया था.
एटीवी वन कर्मचारियों और ब्लोअर सहित उन्नत उपकरणों को अग्नि बिंदुओं तक ले जा सकते हैं. वन विभाग ने एसटीआर में जंगल की आग से निपटने के लिए वन कर्मचारियों के बीच सूचना के त्वरित हस्तांतरण के लिए वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल (वीएसएटी) तकनीक शुरू करने का भी फैसला किया था.
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