योगेश पाराशर, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना में किडनी रोगी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। कारण दूषित खानपान का असर, जीवन पद्धति में बदलाव या फिर लगातार बढ़ता तनाव हो सकता है। कारण कुछ और दूसरे भी हो सकते हैं। लेकिन मुरैना जिले में जिस तरह किडनी रोगी बढ़ रहे हैं, उनके आंकड़े डरा देने वाले हैं। बीते तीन साल में ही किडनी रोगियों की संख्या में करीब पांच गुना की बढ़ोतरी दिखी है। मरीज बढ़ने के कारण जिला अस्पताल में डायलिसिस मशीनों की संख्या भी दो से बढ़कर पांच हो गई है।
किडनी रोगियों के डायलिसिस के लिए साल 2016 से मुरैना जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा शुरू की गई। डायलिसिस वही मरीज करवाते हैं, जिनकी किडनी पूरी तरह खराब होने के स्तर पर पहुंच रही हैं या फिर किडनी बदलने (किडनी ट्रांसप्लांट) जैसी नौबत आ गई हो। जिला अस्पताल के आंकड़े बता रहे है कि नौ साल पहले 2016 में डायलिसिस कराने वाले मरीजों की संख्या 351 थी।
ये भी पढ़ें: विधायक ने SDM के सामने पटवारी को लगाई फटकार: ग्रामीणों की शिकायत पर भड़के MLA, हटाने के दिए निर्देश
दो साल में पांच गुना बढ़ी संख्या
साल 2022 में इनकी संख्या 740 दर्ज हुई, लेकिन डारावने वाले आंकड़े कोराना काल के बाद यानी साल 2023 में दिखे, जब डायलिसिस कराने वालों की संख्या 2099 दर्ज की गई। ऐसा ही हाल साल 2024 का रहा, जब सालभर में कुल 3398 किडनी रोगियों ने जिला अस्पताल में डायलिसिस करवाई। 2022 की तुलना में 2024 में संख्या लगभग पांच गुना बढ़ गई।
मुरैना जिला अस्पताल में निशुल्क इलाज
वर्तमान समय में भी 35 किडनी रोगियों की डायलिसिस जिला अस्पताल में चल रहा है, जो हर साल दिन में डायलिसिस के जरिए खून की सफाई करवाने आते हैं। डायलिसिस जांच बढ़ने का एक कारण यह भी है, कि जिला अस्पताल में निशुल्क डायलिसिस होती है। इससे पहले मरीजों को ग्वालियर निजी अस्पतालों जाना होता था, जहां एक बार डायलिसिस पर चार से पांच हजार रुपये खर्च होते थे।
ये भी पढ़ें: चालान के डर से पैदल चल रहे युवक ने लगाया हेलमेट, VIDEO वायरल, पन्ना में चालान कटने के बाद मामले ने पकड़ा तूल
किस वर्ष में कितने किडनी रोगी गए जिला अस्पताल
- 2016 में 351
- 2017 में 923
- 2018 में 720
- 2019 में 961
- 2020 में 889
- 2021 में 729
- 2022 में 740
- 2023 में 2099
- 2024 में 3398।
डायलिसिस मरीजों ने कही ये बात
डायलिसिस मरीज संतोष सिंह सिकरवार और सियाराम ने बताया कि पहले डायलिसिस के लिए ग्वालियर जाते थे। घर के दो लोगों का पूरा दिन खराब होता था, कभी चार तो कभी पांच हजार खर्च हाते थे। जिला अस्पताल में निशुल्क डायलिसिस हो रही है, जिससे हमें व परिवार के लोगों को काफी राहत मिली है।
विशेषज्ञ बोले- मरीजों की संख्या बढ़ रही है…
मुरैना जिला अस्पताल के सीनियर मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. योगेश तिवारी बताते है कि किडनी खराब होने के पीछे खानपान सही नहीं होना, ज्यादा शराब पीना, जरूरत से अधिक तनावभरा जीवन, दिनचर्या का सही नहीं होने के अलावा कई और कारण होते हैं। यह सही है कि जिला अस्पताल में डायलिसिस करवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। नौ साल में कुल 10733 मरीजों की डायलिसिस हो चुकी है। इनमें से 2023 और 24 में डायलिसिस करवाने वालों की संख्या 5497 है।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक