अनूप दुबे, कटनी। मध्य प्रदेश में लगातार जंगली जानवरों के शिकार की खबरें सामने आ रही हैं। वन विभाग इस पर कार्रवाई कर तस्करों और शिकारियों को दबोच भी रहा है। लेकिन ढीमरखेड़ा में विधायक के सामने वन विभाग को मिलने वाली सुविधाओं में कमी उजागर हुई है।

MP के इस जिले में किडनी मरीजों की संख्या बढ़ी: 3 साल में 5 गुना बढ़े डायलिसिस कराने वाले मरीज, चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने

दरअसल, शाहडार जंगलों के बीच वन विभाग ने मध्यप्रदेश इको टूरिज्म अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस दौरान बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने स्कूली बच्चों को पेड़ों का महत्व बताते हुए जानकारी दी कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हो गई थी। तब लोगों को पेड़ों की अहमियत का पता चला। सभी को मिलजुल कर पेड़ लगाने चाहिए और जंगल और वृक्षों  की सुरक्षा करना चाहिए।  

लकड़ी लेने जंगल गया था पति, इधर पीठ पीछे पत्नी ने किया ऐसा काम, घर पहुंचते ही कर दी बीवी की हत्या

कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने विधायक से क्षेत्र के जंगलों में धड़ल्ले से हो रहे कब्जा, पेड़ों की कटाई और वन्य प्राणियों का शिकार से जुड़ा एक मुद्दा उठाया और सुरक्षा व्यवस्था करने वाले विभाग के पास हथियार और हथकड़ी न होने की समस्या से विधायक को अवगत कगया। जिस पर विधायक ने शासन स्तर पर जानकारी पहुंचा कर मामले में व्यवस्था बनाने का आश्वासन दिया। 13 जनवरी को दूसरे चरण के अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन शाहडार में होना है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m