Makar Sankranti 2025 : 19 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, जानें महत्त्व

स्नान-दान का पर्व मकर संक्रांति तीन साल बाद 14 जनवरी मंगलवार को मनाया जायेगा.

मकर संक्रांति के दिन 19 साल बाद भौम-पुष्य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है.

इस दिन सुबह 10:41 बजे से भौम-पुष्य योग शुरू हो जायेगा, जो पूरे दिन रहेगा.

पुष्य नक्षत्र विकास, शुभता, धन-समृद्धि और आध्यात्मिक विकास का प्रतिनिधित्व करता है.

इस दिन स्नान-दान करने से उसका सौ गुना पुण्य फल प्राप्त होता है.

इसी दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त हो जायेगा.

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