रविवार को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) के शासन में राष्ट्रीय राजधानी के लोग गंदगी में जी रहे हैं और सत्तारूढ़ सरकार स्वच्छ जल और नदी का वादा पूरा नहीं कर पाई है. यह टिप्पणी उपराज्यपाल ने BJP नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य विनय सहस्रबुद्धे के साथ एक पॉडकास्ट में की.

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एलजी के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आप ने कहा कि ‘‘राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है’’ और उपराज्यपाल वीके सक्सेना को दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर ध्यान देने की सलाह दी है.

सत्तारूढ़ सरकार ने एलजी वीके सक्सेना से “क्षुद्र” राजनीति छोड़ने को कहा, आम आदमी पार्टी ने कहा कि शहर के 99.7 प्रतिशत लोगों को पाइप से जलापूर्ति की सुविधा है.

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AAP ने कहा, “दिल्ली सबसे कम महंगाई, अधिक प्रति व्यक्ति आय, मुफ्त बिजली और पानी की सुविधा देने के साथ सबसे आगे है. तुच्छ, नकारात्मक राजनीति में लिप्त होने के बजाय BJP को बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को हल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए.

‘साफ पानी मुहैया कराना सरकार की जिम्मेदारी’

दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने पॉडकास्ट में कहा कि दिल्ली जल बोर्ड ने 7 वर्षों में 28 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो हर घर में पाइपलाइन बदलने के लिए पर्याप्त है.

LG सक्सेना ने आगे कहा, “AAPs सरकार के शासन में दिल्ली के लोगों को सीवर के गंदे पानी के बीच रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.” उन्होंने कहा कि हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों को स्वच्छ पानी, स्वस्थ वातावरण, अच्छी सड़कें और बेहतर रहने की सुविधाएं प्रदान करे.

दिल्ली उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी होने के बावजूद, कई क्षेत्रों में लोग सात से आठ दिनों तक बिना पानी के रहते हैं, पूरी तरह से पानी के टैंकरों पर निर्भर रहते हैं. वीके सक्सेना ने कहा कि शहर की जल निकासी व्यवस्था देखकर वह हैरान हैं क्योंकि कई स्थानों पर सीवर और पीने के पानी की पाइप एक साथ डले हुए हैं, जिससे सीवर का पानी पेयजल में मिल जाता है.