Mahakumbh: कितना पुराना है किन्नर अखाड़ा? महाकुंभ में इस अखाड़े के साथ किया अमृत स्नान
प्रयागराज के इस महाकुंभ में किन्नर अखाड़े ने भी उपस्थिति दर्ज करा दी है
किन्नर अखाड़े ने आज जूना अखाड़े के साथ अमृत स्नान (शाही स्नान) किया है
माना जाता है कि किन्नर भगवान शिव का वो अंश हैं जिन्हें हम अर्धनारीश्वर के रूप में जानते हैं
13 अक्टूबर 2015 को अस्तित्व में आए किन्नर अखाड़े का लगातार विस्तार हो रहा है
इस अखाड़े के महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी हैं, जिन्हें उज्जैन सिंहस्थ कुंभ में महामंडलेश्वर घोषित किया गया था
विभिन्न क्षेत्रों से आए 60 किन्नरों को प्रयागराज के बद्रिकाआश्रम मठ स्थित कार्यालय पर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती द्वारा वैदिक संस्कारों से दीक्षित किया गया था
दीक्षा लेने के बाद किन्नरों ने संन्यासी का वेश धारण कर वो वैदिक संस्कार पूरे किए जो एक संन्यासी करता है
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