रायपुर. मंत्री की असहमति के बावजूद संस्कृति विभाग के अधिकारियों को ओ़डिसा संस्कृति पर आयोजित ओड्रा मागधी नृत्यांजलि कार्यक्रम को जारी रखना भारी पड़ गया. छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने न केवल मुक्ताकाशी मंच में चल रहे ओड़िसा नृत्य को न केवल मंच पर चढ़कर रुकवाया, बल्कि कार्यक्रम में लगे सेट और पोस्टर को फाड़ डाला. आखिरकार पुलिस को मौके पर पहुचकर हस्ताक्षेप करना पड़ा.
क्रांति सेना के कार्यकर्ताओ ने कहा कि यहां पर ओड़िया नृत्य चल रहा था, छत्तीसगढ़ में हमारी संस्कृति को हम बढ़ाने का काम करेंगे न कि दूसरे प्रदेश के. कार्यक्रम करें लेकिन अपने यहां जाकर करें. यहां कोई जगह नहीं है. छत्तीसगढ़ की संस्कृति सुआ, कर्मा सिर्फ यहां यही दिखना चाहिए. छत्तीसगढ़ के कलाकारो को 2 साल से पेमेंट नही हुआ है, और इनको एडवांस में पैसा दे दिया गया है, इसका भी विरोध है कि इन लोग जो हमारी कलाकर को महत्व नहीं दे रहे, दूसरे प्रदेश के कलाकार को बहुत महत्व दिया जा रहा है.
कार्यकर्ताओं ने कहा कि अभी छत्तीसगढ़िया राज आया है, छत्तीसगढ़ के लोग मंत्री बने हैं. ताम्रध्वज साहू ने बोला था कि बाहरी लोगों को प्रवेश नही मिलेगा, लेकिन उसके बाद भी यह स्थिति है, इसमे किसकी दलाली है. मंत्री के पास और अधिकारियों के पास भी जवाब लेंगे. अधिकारी तानाशाही कर रहे हैं. मंत्री के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं, जब तक छत्तीसगढ़ के कलाकारों को पेमेंट नहीं होगा, तब तक कोई कार्यकम यहां नही होने देंगे.
देखिए वीडियो : [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=qbW-eTRxZqs[/embedyt]