दिल्ली. पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पर हमले के बाद भारत ने मंगलवार को ओडिशा में स्वदेश में विकसित सतह से हवा में मार करने वाली दो त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। टोही क्षमता से लैस रडार वाली दोनों मिसाइलों को यहां चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज के लांच कांप्लेक्स-3 से परीक्षण किया गया।

30 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली यह अत्याधुनिक मिसाइल एक साथ कई लक्ष्यों को ध्वस्त कर सकती है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ को बधाई दी। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने प्रक्षेपण को ‘पूरी तरह से सफल’ बताते हुए कहा कि परीक्षण के दौरान मिशन ने अपने उद्देश्यों को पूरा किया।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग ऊंचाइयों और स्थितियों से दो मिसाइलों का परीक्षण किया गया। एक बयान में कहा गया, ‘रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम्स, टेलीमेट्री और अन्य स्टेशनों ने मिसाइलों पर नजर रखी। पूरी उड़ान के दौरान उन पर निगरानी रखी गई। मिशन के सभी उद्देश्यों को हासिल किया गया।’ सरकार ने इस परियोजना को जुलाई 2014 में मंजूरी दी थी।