विक्रम मिश्र, लखनऊ. मिल्कीपुर उपचुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिलने वाली है. यहां पर निर्णायक भूमिका में पासी समाज के लोग ही हैं, इसलिए लड़ाई में प्रमुख तौर पर भागीदारी करने वाली भाजपा जहां चंद्रभानु पासवान पर, समाजवादी पार्टी अजीत प्रसाद पर दांव लगाए बैठी है तो नगीना से सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर ने सपा के बागी सूरज चौधरी पर बाज़ी लगाई है. आज़ाद समाज पार्टी के इस चुनाव में आने से मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प हो गया है.

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कौन हैं सूरज चौधरी?
सूरज चौधरी भी पासी समाज से आते हैं और आज़ाद समाज पार्टी से पहले वो सपा के नेता थे. वर्तमान सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बड़े करीबी थे. जब टिकट की घोषणा हुई तो अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट मिलने पर उन्होंने अवधेश प्रसाद पर धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए पार्टी से किनारा कर लिया. अब ऐसे में सपा के बागी सूरज अब अजीत के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं.

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2022 में भाजपा को मिली थी हार

सपा के अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट पर 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गोरखनाथ को 12,923 वोटों से हराया था. लोकसभा चुनाव 2024 में भी सपा ने अवधेश प्रसाद को फैजाबाद सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. उन्होंने बीजेपी के लल्लू सिंह को 55,000 से अधिक वोटों से हराया था.