AirTags and Jiotag Go: एप्पल एयरटैग और जियोटैग गो अक्सर खोई हुई चाबियों और वॉलेट को ढूंढने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन इन ट्रैकिंग डिवाइस का इस्तेमाल कई अनोखे तरीकों से भी किया जा सकता है. अगर आप एयरटैग या जियोटैग गो खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन 5 स्मार्ट उपयोगों पर जरूर ध्यान दें.
पेट ट्रैकिंग (पालतू जानवरों का पता लगाना)
एयरटैग और जियोटैग गो न केवल वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए उपयोगी हैं, बल्कि इनसे आप अपने पालतू जानवरों का भी पता लगा सकते हैं. जब आप घर पर नहीं होते या उन्हें टहलाने ले जाते हैं, तो ये डिवाइस बेहद काम आते हैं. कुछ लोग तो अपने पालतू जानवरों को एयरटैग की बीप सुनकर लौटने की ट्रेनिंग भी दे चुके हैं. इससे दूर से उनका नाम चिल्लाने की जरूरत नहीं पड़ती.
भीड़भाड़ में बच्चों को ढूंढना
मॉल या बड़े सार्वजनिक आयोजनों में बच्चों पर नजर रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ऐसे में एयरटैग या जियोटैग गो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं. इसे उनके पॉकेट में रख दें, और अगर वे दूर चले जाएं या रास्ता भूल जाएं, तो आप उन्हें तुरंत खोज सकते हैं.
गाड़ी या बाइक का लोकेशन पता करना
एयरटैग और जियोटैग गो, जीपीएस डिवाइस का विकल्प नहीं हैं, लेकिन ये आपकी गाड़ी का पता लगाने में मददगार साबित हो सकते हैं. चाहे गाड़ी चोरी हो जाए या पार्किंग में भूल जाएं, इन लोकेशन ट्रैकर्स को गाड़ी में छुपाकर रखने से आप उसकी लोकेशन का पता आसानी से लगा सकते हैं.
लगेज ट्रैकिंग (सामान का पता लगाना)
हवाई यात्रा के दौरान सामान खो जाना या सड़क और ट्रेन यात्रा में कोई बैग पीछे छूट जाना आम बात है. एयरटैग और जियोटैग गो आपके सामान की सुरक्षा में सहायक हो सकते हैं. इन्हें लगेज बैग में रखकर आप खोए हुए सामान का पता लगा सकते हैं.
पैकेज ट्रैकिंग
अगर आप महंगे सामान का पार्सल भेज रहे हैं, तो एयरटैग या जियोटैग गो का उपयोग करके उसके मूवमेंट पर नजर रख सकते हैं. यह पता लगाना आसान हो जाता है कि आपका पैकेज कहां है और अगर वह खो जाए तो उसे ट्रैक किया जा सकता है.
खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य बातें (AirTags and Jiotag Go)
एयरटैग एप्पल के “Find My” नेटवर्क का उपयोग करता है, जो केवल आईफोन उपयोगकर्ताओं के लिए प्रभावी है.
जियोटैग गो एंड्रॉइड के “Find My” नेटवर्क पर आधारित है, जो उन इलाकों में उपयोगी है जहां अधिकतर लोग एंड्रॉइड फोन का उपयोग करते हैं.
एयरटैग में UWB तकनीक से सटीक लोकेशन मिलती है, जबकि जियोटैग गो में ब्लूटूथ का उपयोग होता है, जिससे लोकेशन अनुमानित रहती है.
ये डिवाइस नेटवर्क कनेक्टिविटी और आसपास के स्मार्टफोन की उपस्थिति पर निर्भर करते हैं. इसलिए, यदि आप किसी दूरस्थ क्षेत्र में सामान खो देते हैं, तो इसे ढूंढना मुश्किल हो सकता है.
एयरटैग और जियोटैग गो सिर्फ ट्रैकिंग डिवाइस नहीं, बल्कि स्मार्ट तकनीक के अद्भुत उदाहरण हैं. इन्हें सही तरीके से उपयोग करके आप अपनी जिंदगी को आसान और सुरक्षित बना सकते हैं.
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