कुमार इंदर, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में हुए 7वे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के समापन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा कि, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में कुल 32 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आये हैं। सीएम ने कहा कि इस नए निवेश से करीब 31 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने आगे चर्चा करते हुए कहा कि मुझे संतोष है कि कॉन्क्लेव में 5 हजार से ज्यादा उद्यमियों के रजिस्ट्रेशन हुए है जो बताता है कि बहुत जल्द शहडोल की सूरत बदलने वाली है।
सीएम ने मंच से उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जब आपसे बात करता हूं तो भूल जाता हूं कि मैं क्या हूं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सबका समय आता है, अब समय आया है शहडोल का, उमरिया और अनूपपुर के विकास का, सीएम ने कहा कि, जो-जो शहडोल संभाग की मांग हैं सबको पूरा करने की घोषणा करता हूं। मुख्यमंत्री हमारे उद्योगपतियों की भूमिका भी किसी योद्धा से कम नहीं जो हर तरह की लड़ाई लड़कर उद्योग लगता है। सीएम ने कहा कि 2014 में पीएम मोदी सरकार में आए तो भारत 11वें नंबर की इकोनोमिक थी जो आज तेजी आगे बढ़ रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार आने से पहले उद्योग क्षेत्र में बहुत ही मरा हुआ माहौल था, उद्योगपति धक्के खाते थे। रेल के सेक्टर में कोई देखता नहीं था। सीएम ने कहा कि कॉन्क्लेव में 3 हजार एमएसएमई से जुड़े उद्योगपति आये जिनसे कई गुना रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए माना कि, शहडोल कई कारणों से बहुत पिछड़ा है इसके बावजूद बड़ा निवेश आया है। सीएम ने कहा कि शहडोल में कई उधोगपतियों ने रुचि दिखाई। 15 उधोगपतियों से 1 टू 1 चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि उद्योग के लिए आज 400 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इससे पहले सीएम ने 527 करोड़ रुपए की लागत की 30 से ज्यादा इकाइयों का वर्चुअल तरीके से भूमिपूजन और लोकार्पण किया।
इन निवेशों पर लगी मुहर तो बदल जाएगी शहडोल की शक्ल
शहडोल संभाग में हो रही 7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आने वाले निवेश के प्रस्तावों को अगर सरकार अमलीजामा पहनाने में सफल रही तो ना केवल शहडोल संभाग की दशा-दिशा दोनों बदल जाएगी बल्कि शहडोल संभाग की शक्ल ही बदल जाएगी। जिसमें पॉवर सेक्टर, कोल इंडस्ट्री और खनिज इंडस्ट्री मेन प्लेयर का रोल अदा करने वाली है।
किस उद्योगपति ने क्या कहा
नवीन सिंह, वाइस प्रेसिडेंट टोरेंट पॉवर लिमिटेड ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश के किस बहुत ही फ्रेंडली माहौल है। निवेश की अपार संभावनाओं के साथ सरकार की शक्ल सफल और vicco पहली पॉलिसी की बदलती खत देश में हो गए।
हर्ष त्रिवेदी मैनेजिंग डायरेक्टर रमणीक पावर बालाघाट ने कहा कि हमने निवेश की शुरुआत 50 करोड़ रुपए से की थी लेकिन आज हमारा निवेश तकरीबन 400 करोड़ रुपए है। यह सब मुमकिन हुआ मध्य प्रदेश सरकार की फ्रेंडली और लचीली इन्वेस्टमेंट पॉलिसी के बदौलत। आज मध्य प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है बस निवेदन यह है कि बिजली थोड़ी सस्ती कर दी जाए।
रिलायंस की ओर से प्रतिनिधि रवि कुमार ने कहा कि, इस तरह से रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के कांसेप्ट के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव का बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने रीजन वॉइस जाकर तरह से उद्योग और उद्यमियों को प्रोत्साहित करने का तरीका निकाला। शहडोल से फूलपुर उत्तर प्रदेश तक 300 किलोमीटर की गैस पाइप लाइन बिछाई । मध्य प्रदेश में गैस के अलावा बहुत सारे उद्योगों के लिए अपॉर्चुनिटी है। हम न केवल मध्य प्रदेश के साथ काम कर रहे बल्कि मध्य प्रदेश के लोगों के साथ भी काम कर रहे हैं।
कमल किशोर शाहडा, सीएमडी शाहडा इंडस्ट्री
एनर्जी और माइनिंग सेगमेंट में काम करने वाले इंडस्ट्रियल कमल किशोर शारदा ने कहा कि मध्य प्रदेश में वो जो के अपार संभावना है। कमल किशोर ने कहा कि, जिसको भी रोजगार का अवसर मिला उसकी पीढ़ी सुधर जाती है। कमल किशोर शारदा ने कहा कि मध्य प्रदेश में जो भी इन्फ्रास्ट्रक्चर है उसे और बेहतर हो जाए तो और बेहतर माहौल होगा। कोल माइन लेकर बिजली के क्षेत्र में काम करेंगे करीब ढाई हजार करोड़ का निवेश।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल, मध्य प्रदेश की दम तोड़ रही कोल माइंस को जिंदा करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार और उनके मुखिया का धन्यवाद। मुख्य मंत्री चाहते है कि मध्य प्रदेश औद्योगिक प्रदेश बने।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला का बयान
अभी तक इन्वेस्टर समिट सिर्फ इंदौर, भोपाल जबलपुर जैसे बड़े महानगरों में होते थे लेकिन संभागीय लेबर पर भी इन्वेस्टर मीट हो सकता था यदि किसी ने सोचा है तो मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर मीट करने के पहले प्रदेश भर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव कर वहां की संभावनाओं को तराशा इसके लिए उनका बहुत-बहुत अभिनंदन। Msmse में सबसे ज्यादा लोग आए है इससे लोगों को ज्यादा संख्या में रोजगार मिलेगा।
तमाम जिलों के उद्यमियों से वर्चुअल चर्चा
शहडोल के 7वे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सीएम ने वर्चुअल तरीके से तमाम जिलों के उद्यमियों से बात की। वर्चुअल तरीके से जिन जिलों के उद्यमियों से चर्चा हुई उनमें अनूपपुर, मुरैना, इंदौर पीथमपुर, उज्जैन और शहडोल शामिल है। उद्यमियों से वर्चुअल तरीके से जुड़े सीएम ने कहा कि सरकार उद्यमियों की हर संभव मदद के लिए खड़ी है।
उज्जैन में उद्योग के लिए कम पड़ गई जमीन
सीएम में ने उज्जैन के उद्यमियों से वर्चुअल तरीके से जुड़कर बात की और उनको सरकार की ओर से हर
संभव मदद का भरोसा दिलाया। उज्जैन के उद्यमियों ने जुड़कर कहा की उज्जैन अब अध्यात्म नगरी के साथ उद्योग नगरी भी बनती जा रही है। मुख्यमंत्री ने उज्जैन से जुड़ते हुए कहा कि हमने उज्जैन में पहले सेगमेंट 900 एकड़ जमीन ली वह भी पूरी उद्योगपतियों ने बुक कर दी दूसरे सेगमेंट में फिर से 900 एकड़ जमीन ली वह भी भर गई अब उज्जैन में नए इंडस्ट्री लगाने के लिए हमें फिर से जमीन ढूंढना होगा।
रिन्यूअल एनर्जी पर बल क्यों
शहडोल में आयोजित 7वे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सोलर एनर्जी पर भी जोर डालते हुए बताया गया कि, हमारे प्रदेश में थर्मल यानी कोयले से बनने बिजली 5:50 रूपए प्रति यूनिट की पड़ती है। वहीं
सोलर यानी सूर्य की रौशनी से बनने वाली बिजली करीब ढाई रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बन रही है। मध्य प्रदेश के रीवा सोलर पैनल प्रोजेक्ट से दिल्ली मेट्रो ट्रेन संचालित हो रही है। मध्य प्रदेश की सोलर से ही भारतीय रेल का भी कुछ हिस्सा संचालित हो रही है, सोलर बिजली उत्तर प्रदेश भी जा रही है।
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