republic day parade flypast 2025: इस साल 26 जनवरी 2025 को भारत अपना 76वें गणतंत्र दिवस मनाएगा। हालांकि समारोह के दौरान होने वाले फ्लाईपास्ट (fly past) में भारत में बना हेलिकॉप्टर ध्रुव (HAL Dhruv) और लड़ाकू विमान तेजस (Tejas) का तेज दिखने को नहीं मिलेगा। भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान एक शानदार हवाई प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। इस फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमानों, 11 परिवहन विमानों और 7 हेलीकॉप्टरों की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा. इनमें राफेल, Su-30 MKI और C-130J हरक्यूलिस जैसे विमान शामिल हैं। हालांकि भारत में बना ALH ध्रुव और तेजस विमान इस फ्लाईपास्ट का हिस्सा नहीं होंगे।
भारत में बना एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव 2 सितंबर 2024 को गुजरात के पोरबंदर में क्रैश हो गया था। हादसे के समय हेलिकॉप्टर में चार क्रू-मेम्बर सवार थे। इसमें से तीन की मौत हो गई थी। इसेक पहले ही हेलिकॉप्टर ध्रुव 4 मई 2023 को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़, 26 मार्च 2023 को कोचिन एयरपोर्ट के पास और अरब सागर में मुंबई के पास 8 मार्च 2023 को क्रैश हो गया था। इसके बाद Indian Air Force ने इसे फ्लाईपास्ट में शामिल नहीं करने का निर्णय लिय़ा है।
वहीं वहीं, तेजस के सिंगल इंजन एयरक्राफ्ट होने की वजह से इसे फ्लाईपास्ट से बाहर किया गया है। दरअसल, वायुसेना ने गणतंत्र दिवस परेड में सिंगल इंजन एयरक्राफ्ट्स को उड़ाना बंद कर दिया है।
क्यों शामिल नहीं होंगे एएलएच ध्रुव और तेजस?
भारतीय वायुसेना के जनसंपर्क अधिकारी के बयान के अनुसार, एएलएच ध्रुव को अभी भी जमीन पर ही रखा गया है और इसका इस्तेमाल फ्लाईपास्ट के लिए नहीं किया जाएगा। तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को, इसके शानदार प्रदर्शन के बावजूद, इसे सिंगल-इंजन कॉन्फ़िगरेशन के कारण बाहर रखा गया है, जिसे परेड के लिए पसंद नहीं किया जाता है। हालाँकि, तेजस ने पहले भी गणतंत्र दिवस परेड के ऊपर से उड़ान भरी है।
फ्लाईपास्ट विवरण
इस फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमानों, 11 परिवहन विमानों और 7 हेलीकॉप्टरों की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा। इनमें राफेल, Su-30 MKI और C-130J हरक्यूलिस जैसे विमान शामिल हैं, जो राजधानी के ऊपर विस्मयकारी हवाई पैटर्न बनाएंगे। विंग कमांडर मनीष शर्मा ने हवाई प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कहा, “फ्लाईपास्ट को दो ब्लॉक में विभाजित किया गया है। ब्लॉक 2 परेड के बाद होगा, जिसमें जटिल संरचनाएँ और सटीक युद्धाभ्यास दिखाए जाएँगे।
ग्राउंड सेरेमनी और मार्चिंग टुकड़ियाँ
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से होगी, इसमें भारतीय वायु सेना की औपचारिक मार्चिंग टुकड़ी होगी। इस टुकड़ी में 4 अधिकारी और 144 प्रतिभागी शामिल होंगे, जो 72 संगीतकारों वाले IAF बैंड की धुनों पर मार्च करेंगे। मार्चिंग धुनों- अंतरिक्ष यात्री, वायु शक्ति, निडर योद्धा और उत्तरी सीमा- में वायु सेना की वीरता की भावना को दर्शाया जाएगा. कड़े प्रशिक्षण ने शीर्ष प्रदर्शन सुनिश्चित किया है, जिसमें चयनित योद्धा प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे से 7 से 8 घंटे तक अभ्यास करते हैं।
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