Spacex Starship Test Destroyed: अमेरिकी अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेस-एक्स स्टारशिप का 7वां रॉकेट मिशन फेल हो गया है। एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स ने गुरुवार को अपनी स्टारशिप रॉकेट की सातवीं टेस्ट फ्लाइट लॉन्च थी, जो पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सका है। स्टारशिप रॉकेट आसमान में ही फट गया, जिसके कारण पूरा मलबा बिखर गया।वहीं आसमान में रॉकेट ब्लास्ट होने के कारण धरती पर आग के गोले बरसने लगे। इसके कारण उस स्पेस से गुजरने वाले कई फ्लाइट डिरेल हुई।
एलन मस्क ने वीडियो भी सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया है। मस्क ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि- सफलता अनिश्चित है, लेकिन मनोरंजन की गारंटी है।
स्टारशिप रॉकेट को भारतीय समयानुसार 17 जनवरी को सुबह 4:00 बजे टेक्सास के बोका चिका से रॉकेट लॉन्च किया गया। लॉन्चिंग के 8 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया। शिप (ऊपरी हिस्सा) में ऑक्सीजन लीक होने से ब्लास्ट हो गया। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और सुपर हैवी रॉकेट को कलेक्टिवली ‘स्टारशिप’ कहा जाता है। स्टारशिप में 6 रैप्टर इंजन लगे हैं।
बता दें कि स्पेसएक्स ने इसे लॉन्च करने के पहले 10 डमी उपग्रहों के पैक के साथ प्रैक्टिस की थी। इसके बाद भी यह लॉन्च सफल नहीं हो सका। स्पेसएक्स के इस नये और उन्नत अंतरिक्ष यान की यह पहली लॉन्च था। यह स्टारशिप रॉकेट का 7वां टेस्ट था, जो पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सका है।
क्यों किया गया स्टारशिप का 7वां टेस्ट…
- रीडिजाइन की गई न्यू जनरेशन शिप की टेस्टिंग करना।
- स्टारशिप से पेलोड (10 स्टारलिंक साइमुलेटर) का डिप्लॉयमेंट करना।
- शिप को लॉन्चपैड पर वापस लाने से जुड़े एक्सपेरिमेंट करना।
- स्टारशिप के रेप्टर इंजन को स्पेस में फिर से चालू किया जाना।
- सुपर हेवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच करना।
हम डाटा का विश्लेषण कर रहेः कंपनी
कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि कंपनी ने कहा कि वह इस असफलता के बाद डाटा का विश्लेषण करेगी, ताकि भविष्य के मिशनों को बेहतर और सुरक्षित बनाया जा सके। कंपनी ने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘इस तरह के परीक्षण से हम जो सीखते हैं उससे सफलता मिलती है और आज की उड़ान हमें स्टारशिप की विश्वसनीयता में सुधार करने में मदद करेगी।’रॉकेट भले ही नष्ट हो गया, लेकिन रॉकेट के बूस्टर को लॉन्च पैड पर वापस लौटते हुए ‘चॉपस्टिक’ भुजाओं से सफलतापूर्वक पकड़ा गया।
मस्क ने जताई बेहतर भविष्य की उम्मीद
वहीं स्पेस-X के संस्थापक मस्क ने असफलता के बावजूद सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्पेस-X ने पहले से ही स्टारशिप और बूस्टर के बेहतर वेरिएंट तैयार किए हैं, जिनसे भविष्य में लॉन्च अधिक सफल हो सकते हैं।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्टारशिप मिशन में सफलता प्राप्त करने में समय लगेगा, लेकिन स्पेस-X इसे हासिल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। वह इस मिशन को एक अनुभव मानते हैं, जो भविष्य में और अधिक सुधार लाएगा।
स्पेस-एक्स स्टारशिप के सभी 7 मिशन पर एक नजरः-
पहला टेस्ट: लॉन्चिंग के 4 मिनट बाद विस्फोट
20 अप्रैल 2023 को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही मेक्सिको की खाड़ी के पास 30 किलोमीटर ऊपर स्टारशिप में विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी इलॉनमस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे। मस्क ने लॉन्चिंग से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है।
दूसरा टेस्ट: स्टेज सेपरेशन के बाद खराबी आ गई थी
स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6:30 बजे किया गया था। लॉन्चिंग के करीब 2.4 मिनट बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप का सेपरेशन हुआ। बूस्टर को वापस पृथ्वी पर लैंड होना था, लेकिन 3.2 मिनट बाद 90 Km ऊपर यह फट गया। करीब 8 मिनट बाद पृथ्वी से 148 Km ऊपर स्टारशिप में भी खराबी आ गई, जिस कारण उसे नष्ट करना पड़ा।
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तीसरा टेस्ट: रीएंट्री के बाद स्टारशिप से संपर्क टूटा था
ये टेस्ट 14 मार्च 2024 को हुआ था। स्पेसएक्स ने बताया था कि स्टारशिप रीएंट्री के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाया, लेकिन उसने उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। वहीं इलॉन मस्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल आधा दर्जन स्टारशिप उड़ान भरेंगे।
चौथा टेस्ट: स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया
स्टारशिप का चौथा टेस्ट 6 जून 2024 को हुआ था, जो सक्सेसफुल रहा था। 1.05 घंटे के इस मिशन को बोका चिका से शाम 6.20 बजे लॉन्च किया गया था। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी पर लैंड कराया गया।
पांचवां टेस्ट: पहली बार बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच किया था
स्टारशिप का पांचवां टेस्ट 13 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस टेस्ट में पृथ्वी से 96 Km ऊपर भेजे गए सुपर हैवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाया गया, जिसे मैकेजिला ने पकड़ा। वहीं स्टारशिप की पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री कराकर हिंद महासागर में कंट्रोल्ड लैंडिंग कराई गई। स्टारशिप ने जब पृथ्वी के वातावरण में एंट्री की तब उसकी रफ्तार 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी और तापमान 1,430°C तक पहुंच गया था।
छठा टेस्ट: लॉन्चपैड पर उतरने में दिक्कत दिखी तो पानी पर लैंड कराया
स्टारशिप का छठा टेस्ट 20 नवंबर 2024 को सुबह 03:30 बजे टेक्सास के बोका चिका से किया गया था। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी टेस्ट देखने के लिए स्टारबेस पहुंचे थे। इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया।
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