Ajmer Lesbian Girl: देश में ‘LGBTQ (लेस्बियन)’ समुदाय के प्रति जागरूकता बढ़ी है, लेकिन समलैंगिक संबंधों को लेकर समाज और परिवार में अब भी अस्वीकार्यता बनी हुई है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के अजमेर जिले के रूपनगढ़ से सामने आया है. यहां 22 वर्षीय अनु राव ने जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा को ज्ञापन सौंपकर अपनी दूर की बुआ शालू राव से शादी की इच्छा जताई है.

रूपनगढ़ के ब्राह्मणों के मोहल्ले की निवासी अनु ने बताया कि वह अपनी ही गांव की शालू राव को पिछले 10 वर्षों से जानती हैं. स्कूल के दौरान, बीते दो वर्षों में दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हुआ.

शालू के परिजन शादी के खिलाफ

अनु और शालू के रिश्ते की जानकारी मिलने के बाद शालू के परिजन नाराज हो गए. उन्होंने शालू की शादी किसी और से कराने का फैसला किया. हालांकि, शालू अनु के साथ ही रहना चाहती हैं. अनु के परिजनों ने शालू के परिवार से उनकी शादी कराने का अनुरोध किया, लेकिन शालू के परिजनों ने गाली-गलौज और धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें घर से निकाल दिया.

एसपी ने दी कार्रवाई का आश्वासन

अनु ने बताया कि उन्होंने इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई. एसपी वंदिता राणा ने शालू के बयान लेने और मामले में उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.

2018 में समलैंगिक संबंध हुए वैध

भारत में 2018 में धारा 377 को रद्द कर समलैंगिक संबंधों को वैध कर दिया गया. इसके बावजूद सामाजिक स्तर पर इन्हें स्वीकृति मिलना कठिन है.

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