Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। शनिवार सुबह जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक और कोचिंग छात्र, मनन जैन, ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 18 दिनों के भीतर यह कोटा में चौथी छात्र आत्महत्या है।

पढ़ाई में होशियार, पर दबाव का शिकार?

मनन जैन, बूंदी जिले के इंदरगढ़ का रहने वाला था। वह कोटा में तीन साल से अपनी नानी के घर रहकर जेईई (JEE) की तैयारी कर रहा था। थाना अधिकारी राम लक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि मनन का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चला है।

परिवार ने डोनेट की आंखें

मनन के मामा, महावीर जैन ने बताया कि उसके नाना-नानी का पहले ही निधन हो चुका था। वह अपनी मौसी के बेटे के साथ कोटा में रह रहा था। एक दिन पहले ही घर पर उससे बातचीत हुई थी। जब उसने फोन नहीं उठाया, तो परिवार को अनहोनी की आशंका हुई।

परिजनों ने मनन के नेत्रदान का निर्णय लिया। एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर एंबुलेंस में ही नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की गई। महावीर जैन ने कहा, “हम चाहते हैं कि उसकी आंखों से कोई और दुनिया को देख सके।”

2025 में कोटा में 4 सुसाइड के मामले

साल 2025 के जनवरी महीने में यह चौथी छात्र आत्महत्या है।

  • 15 जनवरी: उड़ीसा निवासी नीट की तैयारी कर रहे अभिजीत गिरी ने सुसाइड किया।
  • 9 जनवरी: मध्य प्रदेश के गुना निवासी अभिषेक लोधा ने आत्महत्या की।
  • 8 जनवरी: हरियाणा निवासी नीरज ने अपनी जान दे दी।

कोटा, जो देशभर में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध है, छात्रों पर भारी शैक्षणिक दबाव के लिए भी कुख्यात है। कई छात्रों को बेहतर करियर की उम्मीद में यहां भेजा जाता है, लेकिन कई बार यह दबाव उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है।

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