रामेश्वर मरकाम, धमतरी। देशभर में सारे त्यौहार अपनी तिथि में ही मनाए जाते हैं लेकिन एक ऐसी जगह है जहां त्यौहार अपने तिथि से 1 सप्ताह पहले मनाए जाने का रिवाज चल रहा है। हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक गांव की जहां त्यौहारों को सप्ताह भर पहले ही मना लिया जाता है। बताया जा रहा है कि इस गांव में यह परम्परा सदियों से चली आ रही है जो आज भी बदस्तूर जारी है।
अपनी अनोखी परम्परा के लिए पहचाने जाने वाले ग्राम सेमरा में छत्तीसगढ़ का पोला का त्यौहार बुधवार को ही मना लिया गया जबकि प्रदेश भर में इसे 22 अगस्त को मनाया जाएगा। इसी तरह यहां चाहे दीवाली हो या फिर दशहरा हो या फिर होली हो, इन्हें भी सप्ताह भर पहले ही मना लिया जाता है।
ग्रामीणों के अनुसार सदियो पहले गांव के देवता सिदार ने गांव के एक व्यक्ति को सपने में हर त्यौहार को सप्ताह भर पहले मनाने का आदेश दिया था। जिसके बाद में हर त्यौहार मनाने के पहले उन्हे हूमधूप देना जरुरी है। ऐसा माना जाता है कि सदियों से चली आ रही इस परंपरा को तोड़ने से गांव में कोई न कोई अनहोनी हो जाती है।
सदियो से चली आ रही इस परम्परा को युवा वर्ग भी इसे अन्धविश्वास के बजाए आस्था से जोड़कर देखता है और आगे भी सन्जोए रखना का यकीन दिलाते हैं उनकी मानें तो इसी दस्तूर के बहाने उन्हे अपने रिश्तेदारो से मिलने और मेहमान नवाजी का मौका मिल जाता है जो यहां त्यौहार देखने आते है।
इस वजह से यह गांव काफी मशहूर हो गया है जिसे देखने लोग दूरदराज से आते है।