Delhi Vidhansabha Chunav 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इलेक्शन को लेकर सियासी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। आज हम बात उस विधानसभा सीट की करने जा रहे है, जिसने 27 साल तक दिल्ली को सीएम दिया। इस बार भी इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला है। जहां पूर्व सीएम के सामने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों के बीच चुनावी जंग होगी। आइए जानते है इस सीट की चर्चा क्यों हो रही है…
दिल्ली की 70 सीटों में सबसे ज्यादा चर्चित नई दिल्ली विधानसभा सीट (New Delhi Assembly seat) है। इस सीट से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) खुद चुनावी मैदान में है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा (Sahib Singh Verma) के बेटे प्रवेश वर्मा (Pravesh Verma) को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित (Sandeep Dikshit) को प्रत्याशी बनाया हैं। ऐसे में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के सामने दो पूर्व सीएम के बेटों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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नई दिल्ली सीट क्यों है खास..?
दिल्ली की सियासत में इस हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट की सबसे अधिक चर्चा होती है। यह सीट सबसे पहले शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) की वजह से सुर्खियों में आई थी। लुटियन जोन नई दिल्ली विधानसभा में आता है। लुटियन जोन को दिल्ली का दिल और भारत की सत्ता का केंद्र माना जाता है। यहां पर राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास सहित सत्ता के गलियारों के ताकतवर लोगों के बंगले हैं।
27 साल तक दिया CM, इस बार पूर्व सीएम के सामने दो पूर्व सीएम के बेटे मैदान में
बीते 27 सालों में इस सीट से जिसने भी जीत हासिल की वह दिल्ली का मुख्यमंत्री बना। साल 1998 में शीला दीक्षित ने जत दर्ज की थी। जिसके बाद वह तीन बार यानी 2013 तक विधायक व सीएम रहीं। फिर अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को मात देकर दिल्ली की सत्ता हासिल की। अब अरविंद केजरीवाल बीते तीन बार से विधायक हैं। इस तरह नई दिल्ली विधानसभा सीट ने 27 साल तक दिल्ली को मुख्यमंत्री दिया हैं। इस बार भी नई दिल्ली सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है। तीन बार मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल के सामने अपनी मां शीला दीक्षित की हार का बदला लेने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित को तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा भी केजरीवाल के खिलाफ मजबूती से चुनावी मैदान में डटे हैं।
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नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी
- AAP के अरविंद केजरीवाल (AAP Arvind Kejriwal)
- बीजेपी के प्रवेश वर्मा (BJP Parvesh Verma)
- कांग्रेस के संदीप दीक्षित (INC Sandeep Dikshit)
केजरीवाल की जीत का रिकॉर्ड
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल की जीत का रिकॉर्ड अब तक अव्वल रहा है। साल 2013 में केजरीवाल ने शीला दीक्षित को करीब 26 हजार मतों से पराजित किया था। साल 2015 में केजरीवाल ने बीजेपी की नूपुर शर्मा को 30 हजार से अधिक वोटों से मात दी थी। वहीं तीसरी बार साल 2020 में अरविंद ने करीब 20 हजार वोटों से चुनाव जीता था।
5 फरवरी को मतदान
आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा के लिए आज 20 जनवरी को नामांकन वापसी (Nomination Withdrawal) की अंतिम तारीख है। चुनाव आयोग (Election Commission) आज प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी करेगा। दिल्ली की सभी 70 सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी यानी बुधवार को वोटिंग (Delhi Assembly Election Voting 2025) होगी। वहीं 8 फरवरी (शनिवार) को रिजल्ट (Delhi Assembly Election Result 2025) घोषित किए जाएंगे।
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