Rajasthan News: राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में बनी 35 करोड़ रुपये की लागत से 25 सड़कों का मुद्दा उठाया, जिन्हें रोड लैब टेस्ट में फेल पाया गया था। जूली ने आरोप लगाया कि यह सरकार की विफलता और भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण है।
हालांकि, पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि जिन सड़कों के बारे में जूली ने आरोप लगाए, वे गहलोत सरकार के दौरान बनी थीं। विभाग ने कहा कि जांच में 9 सड़कों के सैंपल फेल पाए गए और अब जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
टीकाराम जूली का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि राज्य सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार की तस्वीर साफ तौर पर सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि भरतपुर से सौंख रोड, अछनेरा रोड, गोलपुरा-हीरादास बाइपास रोड जैसी प्रमुख सड़कों में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। जूली ने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपये के बजट का दुरुपयोग करते हुए इन सड़कों का निर्माण किया गया, लेकिन गुणवत्ता परीक्षण में ये सड़कों फेल हो गईं।
मुख्यमंत्री पर निशाना
टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल करते हुए कहा, “अगर वह अपने गृह जिले की सड़कों की गुणवत्ता नहीं सुनिश्चित कर सकते, तो पूरे राज्य में सुशासन की बात करना मजाक है।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर जवाब मांगने के लिए कांग्रेस पार्टी विधानसभा सत्र में सवाल उठाएगी।
PWD विभाग की प्रतिक्रिया
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट ने अपनी जांच में यह स्पष्ट किया कि जिन सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं, वे गहलोत सरकार के कार्यकाल में बनी थीं। विभाग ने कहा कि 9 सड़कों के सैंपल फेल हुए और इसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जा रही है।
कांग्रेस पार्टी की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग करती है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ भ्रष्टाचार का मामला नहीं है, बल्कि यह प्रदेश की प्रतिष्ठा और जनता की मेहनत की कमाई का सवाल है।