लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहमानखेड़ा इलाके के गांवों में बाघ की दहशत बनी हुई है। वन कर्मियों को चकमा देकर बाघ ने एक बार फिर बछड़े को अपना शिकार बनाया। यह घटना जंगल से 8 किलोमीटर दूर बेहलिया गांव में हुई। पिछले 60 दिनों से इन गांवों में बाघ का खौफ बना हुआ है। ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर है। बाघ की वजह से लोग कहीं आ-जा नहीं पा रहे हैं। छात्रों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हो गई लेकिन वन विभाग हर बार बाघ को कैद करने की नाकाम कोशिश में लगा हुआ है।
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वन मंत्री ने दिया आश्वासन
उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार बीते रविवार रहमानखेड़ा पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जंगलों का दौरा किया और वन अधिकारियों के रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। वन मंत्री ने कहा कि वन विभाग बाघ को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। जल्द ही ट्रैंकुलाइज कर बाघ को पकड़ लिया जाएगा। यदि मामला हाथ से फिसलता है तो वर्ल्ड टाइगर रेस्क्यू टीम की भी मदद ली जाएगी। आम जनता की रक्षा करना हमारी पहली प्राथमिकता है।
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डर-डर के जी रहे ग्रामीण
वहीं वन अधिकारी अनुराधा जी का कहना है कि ड्रोन से लेकर हाथियों का इस्तेमाल बाघ को रेस्क्यू करने के लिए किया जा रहा है। जल्द ही बाघ को पकड़ लिया जाएगा और आस-पास के लोगों को इससे छुटकारा मिलेगा। इधर, ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हमारा घर से निकलना मुश्किल हो गया है। छोटे-छोटे बच्चों की चिंता बन रहती है। बाघ की वजह से काम काज पूरी तरह से ठप हो गया है।
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