मनोज यादव, कोरबा. शहर में एक तरफ लोग मच्छरों के प्रकोप की वजह से लोग क्वाइल, अगरबत्ती से लेकर लिक्विड और अन्य तरह के उपाय अपनाने को मजबूर हैं, लेकिन निगम प्रशासन इस समस्या को लेकर लापरवाह नजर आ रहा है. यही वजह है कि मच्छर मारने के लिए खरीदी गई फॉगिंग मशीन बिना इस्तेमाल किए कबाड़ में तब्दील हो रही है.

नालियों में भरे पानी, गंदगी और कूड़े-करकट की वजह से शहर के हर क्षेत्र में मच्छरों का पनपना जारी है. बाहर के वातावरण पर तो लोगों का बस नहीं है, लिहाजा घर और दफ्तर में ही उपाय अपनाकर मच्छरों को भगा रहे हैं. शासन को भी मच्छरों के बढ़ते प्रकोप की चिंता है, यही वजह है कि निगम को एक नहीं बल्कि चार-चार फॉगिंग मशीन उपलब्ध कराई है, लेकिन निगम के जिम्मेदार ही इसके इस्तेमाल को लेकर गंभीर नहीं है. और धीरे-धीरे चारों मशीन कबाड़ में तब्दील हो रही है.

लेकिन लगातार शिकायतों के बाद अब जाकर निगमायुक्त ने निगम कार्यशाला का अवलोकन किया. निगम के सहायक यंत्री विवेक रिछारिया ने बताया कि जहां रखी फॉगिंग मशीन को देखने के बाद उसे नगर में चलाने का निर्देश दिया है. अब निगमायुक्त के निर्देशा का कितना पालन होता है, यह मशीन चलने के बाद ही समझ आएगा.