रायपुर. किसानों की कर्ज माफी, बेरोजगारों को नौकरी, बिजली बिल हाफ जैसे वादे कर विधानसभा चुनाव में परचम लहराने वाली भूपेश बघेल की सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ट्विटर के जरिए तंज कसते हुए कहा कि कर्ज लो और घी पियो, कुछ ऐसी ही नीति पर चलते हुए पिछले 2 महीनों में छटवीं बार रिजर्व बैंक से कर्ज लिया है. भूपेश जी इतने कर्ज का बोझ अंतत जनता को ही झेलना पड़ेगा. शासन की यह नीति न ही जनहित में है और न ही राज्यहित में है.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने मंगलवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से साढे सात सौ करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. इस लोन को सरकार तीन वर्ष में करीब साढ़े सात फीसदी ब्याज दर पर चुकाएगी. पिछले तीन महीने में यह छठवीं बार है जब भूपेश बघेल सरकार ने सिक्योरिटी बांड बेचकर कर्ज लिया है. इसके साथ ही तीन महीने पुरानी कांग्रेस सरकार अपने इस छोटे से कार्यकाल में अब तक सात हजार करोड़ से अधिक का बांड बेच चुकी है. इसके साथ ही राज्य पर कर्ज का बोझ 58 हजार करोड़ के पार पहुंच गया है.

किसानों की कर्ज माफी पड़ रही है भारी

विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों की कर्ज माफी को कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाया था. और सरकार बनने के बाद सरकार 10 हजार करोड़ रुपये का अल्पकालीन कृषि ऋण माफ कर चुकी है, इसमें ग्रामीण और सहकारी बैंकों का 62 सौ करोड़ और व्यवसायिक बैंकों का चार हजार 17 करोड़ रुपये शामिल है. इसके साथ ही सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था, इसकी वजह से सरकार पर करीब 54 सौ करोड़ रुपये का बोझ बढ़ा है.