वाराणसी। श्रद्धालुओं के भारी आगमन के मद्देनजर वाराणसी में गंगा आरती को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। वाराणसी में गंगा सेवा निधि प्रबंधन ने बताया गया कि दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती का आयोजन अपरिहार्य कारणों से 5 फरवरी 2025 तक जनसामान्य के लिए बंद रहेगी। उक्त अपील गंगा आरती करने वाली संस्था ने दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से की है। इसी प्रकार शीतला घाट, अस्सी घाट आदि अन्य घाटों पर भी गंगा आरती करने वाली समितियों ने भी जनसामान्य/ दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से अपील की है।
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महाकुंभ के बाद काशी न आएं श्रद्धालु
गंगा सेवा समिति दशाश्वमेध घाट के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने कहा कि महाकुंभ के चलते रोजाना श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। जिसके कारण काफी ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। भीड़ का दबाव को देखते हुए हम लोग आशंका से भरे हुए थे कि कहीं कुछ हो न जाए। यहां कितनी भीड़ उमड़ रही है। इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है कि कहीं भी पैर रखने की जगह नहीं थी। जितने लोग घाट पर थे। उससे कहीं ज्यादा लोग गोदौलिया चौराहे के आस-पास थे। जिसके चलते जाम जैसी स्थित बन गई थी।
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गंगा सेवा समिति के सुशांत मिश्रा ने आगे बताया कि घाट की क्षमता से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे। ऐसा नजारा तो देव दीवाली के मौके पर भी हम लोगों को देखने को नहीं मिलता है। इसलिए दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं से अपील है कि आप त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद सीधे अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान करें। महाकुंभ के बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी। तभी आप काशी आए और भोले बाबा का आशीर्वाद ग्रहण करें। आपको बता दें कि जब से महाकुंभ का शुभारंभ हुआ है। तब से वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। मकर संक्राति के बाद तो भीड़ बढ़ती गई और मौनी अमावस्या के मौके पर तो वाराणसी और अयोध्या में जगह-जगह जाम की स्थित बनी रही।
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