13 साल तक मौन, 10 फीट गहरे गड्ढे में तप और 12 दिव्य ज्योतिर्लिंग…

महाकुंभ मेले में परमहंस पीठाधीश्वर शिवयोगी उर्फ मौनी बाबा ने 57वीं भू-समाधि ली.

भगदड़ जैसी कोई और घटना दोबारा न हो, इसकी कामना के लिए ही मौनी बाबा ने भू-समाधि ली.

महाराज शिवयोगी 13 साल तक मौन व्रत में रहे हैं, इसलिए लोग इन्हें मौनी महाराज के नाम से बुलाते हैं.

शिवयोगी मौनी महाराज ने यह भू-समाधि 3 घंटे के लिए 10 फीट गहरे गड्ढे में ली.

भू समाधि से पहले मौनी बाबा ने विधिवत पूजा अर्चना की.

उन्होंने रुद्राक्ष की मालाओं के मुकुट को उतारकर अलग रख दिया.

अब तक 55 से ज्यादा बार भू समाधि ले चुके हैं. ये उनकी 57वीं भू-समाधि है.

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