राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। बजट पेश होने के बाद मध्य प्रदेश में सियासत छिड़ गई है। एक तरफ भाजपा ने इसकी जमकर सराहना की है। वहीं कांग्रेस ने कहा कि इससे किसी वर्ग को कुछ भी नहीं मिला है। सिर्फ बिहार के लिए बजट में बात की गई है। डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा, इस बजट में हिन्दू, मुसलमान, सिक्ख ईसाई नहीं है।

अल्पसंख्यक छोड़ दें उम्मीद: आरिफ मसूद

कांग्रेस विधायक आरिफ मासून ने बजट पेश होने के बाद सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकारों से अल्पसंख्यकों को उम्मीदें छोड़ देना चाहिए। बजट में किसी वर्ग और एमपी को कुछ नहीं मिला है। बार-बार बिहार का नाम लिया गया। पुरानी योजनाओं को नया बताया गया। मैंने तो कहा है, जहां-जहां पर बीजेपी की सरकार है उनसे अल्पसंख्यकों को उम्मीद छोड़ देनी चाहिए।”

‘बजट में हिन्दू, मुसलमान, सिख ईसाई नहीं’: डिप्टी सीएम 

डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने इसे सभी वर्गों का बजट बताया। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं, किसान और युवाओं का बजट है। हर जिले में कैंसर सेंटर खुलेगा। सभी प्रदेशों के लिए लाभ का बजट है। बिना ब्याज के पूंजीगत लाभ सभी प्रदेशों को मिलेगा। एमपी के बजट में केंद्रीय बजट की झलक दिखेगी। प्रदेश का बजट सौगातों वाला रहेगा। कांग्रेस के बजट पर सवाल उठाने को विपक्ष की बौखलाहट बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को इस पर बोलने का कोई हक नहीं है। कांग्रेस ने कभी जनता के हक का ध्यान नहीं रखा।”

चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया बजट: उप नेता प्रतिपक्ष

उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इसे चुनावी बजट बताया। उन्होंने कहा, “चुनाव को ध्यान में रखते हुए बजट बनाया गया है। बेरोजगारों के लिए बजट में कुछ नहीं देखने को मिला। किसानों के लिए भी कुछ नहीं किया गया। पूंजीपतियों को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया। मिडिल क्लास के लोगों के कमर पर चोट दी है। हम इस पूरे बजट की निंदा करते हैं। सरकार को ओल्ड टैक्स स्कीम में छूट देना चाहिए था ताकि छोटे कर्मचारी, पेंशनर को फायदा होता।” 

किसानों के नाम पर छलावा

हेमंत कटारे ने आगे कहा, “किसानों के नाम पर सरकार ने छलावा किया है। सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 से 5 कर दी। क्या  सरकार उन्हें और कर्ज में डुबाना चाह रही है। कर्ज लिमिट बढ़ाकर सरकार ने साबित कर दिया कि किसानों की आय दोगुनी नहीं है। 2 करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन युवाओं के लिए बजट में कुछ नही है।”

नीतीश कुमार के भरोसे भाजपा, इसलिए मेहरबानी: उमंग सिंघार

शब्बीर अहमद, भोपाल। बजट पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “ये केंद्रीय बजट बिहार चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, वहां कई विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा नीतीश कुमार जी के भरोसे भाजपा की सरकार चल रही है इसलिए उनपर ही मेहरबानी की गई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी शायद भूल गए हैं कि देश का बजट पूरे देश के लिए होता है। उन्होंने कहा इस बजट में किसानों की एमएसपी कानून की गारंटी पर कोई बात नहीं की गई। प्रधानमंत्री आवाज योजना 13670 करोड़ कर दी गयी। जल जीवन मिशन 70 हजार करोड़ था अब 22694 करोड़ कर दिया। एससी एसटी ओबीसी की योजनाओं में भी कटौती की गई है।”

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा, “ये बजट भाजपा सरकार ने एक राज्य में चुनाव जीतने के हिसाब से बनाया गया है। उमंग सिंघार ने कहा कि किसानों के एमएसपी, आवास योजना, एससी एसटी और गरीबों के लिए कुछ नहीं किया गया है, उनकी योजनाओं को लेकर कटौती की गई है। उमंग सिंघार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जी आप इन्हीं लोगों के कारण प्रधानमंत्री बने हैं और उन्हीं को आज भूल गए। ये देश का बजट है देश के हिसाब से होना चाहिए था।”

मंत्री राकेश सिंह ने अपेक्षाओं पर कहा- खरा उतरने वाला बजट

कुमार इंदर, जबलपुर। आम बजट पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा, सबकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला बजट है। मध्यम वर्ग ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि उन्हें टैक्स में इतनी बड़ी सौगात मिलने वाली है। किसी ने भी नहीं सोचा था कि आयकर की सीमा की छूट 15 लाख तक पहुंच जाएगी।किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 5 लाख कर दी गई। हर इंसान के लिए इस बजट में कुछ ना कुछ सौगात है। मोदी सरकार ने बजट में नौकरी लेने वाला नहीं नौकरी देने वाले प्रावधान किए हैं।” बजट पर जीतू पटवारी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, जिस घटिया शब्द का इस्तेमाल उन्होंने किया वह बेहद शर्मनाक है। 

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