महाकुंभ नगर. 73 देशों के 113 डेलीगेट्स विदेशी मेहमानों ने आज संगम में स्नान किया. प्रतिनिधिमंडल ने अरैल घाट पर अपने-अपने देशों का झंडा फहराया. इसके बाद सभी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. त्रिवेणी संगम और महाकुंभ क्षेत्र घूमने के बाद सभी बसों के जरिए सुरक्षा के बीच संगम घाट से निकल चुके हैं.

प्रतिनिधिमंडल ने अक्षयवट का भी दर्शन किया. साथ ही सरस्वती कूप के बाद हनुमान मंदिर भी पहुंचे. बता दें कि प्रतिनिधिमंडल के लिए विशेष रूप से बमरौली हवाई अड्डे पर विदेशी राजनयिकों के लिए वीआईपी लाउंज में नाश्ते की व्यवस्था की गई थी, साथ ही टूर गाइड की भी व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा, गृह मंत्रालय ने 140 कर्मचारियों के लिए नावों का विशेष इंतजाम किया गया था. ताकि वे इस धार्मिक मेले का सही ढंग से संचालन कर सकें. महाकुंभ के इस ऐतिहासिक आयोजन से न केवल भारत की धार्मिक धरोहर का विश्वभर में प्रचार हुआ है, बल्कि विदेशों से आए राजदूत भी भारत की सांस्कृतिक विविधता और आध्यात्मिकता का अनुभव किया है.

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बता दें कि, महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक हो रहा है, और यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है. इस महाकुंभ में कुल छह शाही स्नान होंगे। इस बार अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, रूस, स्विट्जरलैंड, जापान, न्यूजीलैंड, जर्मनी, नेपाल, कनाडा समेत 73 देशों के राजदूत इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनेंगे. 2019 के कुंभ मेले में भी 73 देशों के राजदूतों को आमंत्रित किया गया था. इस महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है. महाकुंभ के माध्यम से भारत अपनी समृद्ध संस्कृति, योग, ध्यान और आध्यात्मिकता को विश्वभर में प्रदर्शित करेगा.