नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) निरीक्षण समिति के अध्यक्ष और जेएनयू के प्रोफेसर समेत छह सदस्यों को ए++ एक्रीडेशन के बदले रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश के गुंटूर में कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन (केएलईएफ) के कुलपति और दो अन्य अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय एजेंसी ने मामले में देशभर में 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की.

सीबीआई ने एनएएसी निरीक्षण समिति के अध्यक्ष समरेंद्र नाथ साहा को गिरफ्तार किया, जो रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के कुलपति भी हैं. अधिकारियों ने बताया कि एक अभियान में सीबीआई ने केएलईएफ के कुलपति जीपी सारधी वर्मा, केएलईएफ के उपाध्यक्ष कोनेरू राजा हरीन और केएल विश्वविद्यालय, हैदराबाद परिसर के निदेशक ए रामकृष्ण को ए++ एक्रीडेशन प्राप्त करने के लिए एनएएसी निरीक्षण समिति के सदस्यों को रिश्वत देने में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है.

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि समिति के सदस्य जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजीव सिजारिया, भारत इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के डीन डी. गोपाल, जागरण लेकसिटी विश्वविद्यालय के डीन राजेश सिंह पवार, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के निदेशक मानस कुमार मिश्रा, दावणगेरे विश्वविद्यालय की प्रोफेसर गायत्री देवराज और संबलपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बुलू महाराणा को भी गिरफ्तार किया गया है.

सीबीआई ने 20 स्थानों पर छापे मारे

सीबीआई ने चेन्नई, बेंगलुरु, विजयवाड़ा, पलामू, संबलपुर, भोपाल, बिलासपुर, गौतमबुद्ध नगर और नई दिल्ली में भारत भर में 20 स्थानों पर छापे मारे. सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि सीबीआई ने मामला दर्ज किया और तलाशी ली, जिसके दौरान “उक्त शैक्षणिक फाउंडेशन के पदाधिकारियों द्वारा नकदी, सोना, मोबाइल फोन और लैपटॉप के रूप में एनएएसी निरीक्षण दल के सदस्यों को दिए गए कथित अनुचित लाभ” बरामद किए गए. प्रवक्ता ने कहा, “37 लाख रुपये नकद, छह लेनोवो लैपटॉप, एक आईफोन 16 प्रो मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं.”

सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, आंध्र प्रदेश के गुंटूर में कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन (केएलईएफ) के अध्यक्ष कोनेरू सत्यनारायण, एनएएसी के पूर्व उप सलाहकार एल मंजूनाथ राव, बैंगलोर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और निदेशक (आईक्यूएसी-एनएएसी) एम हनुमंथप्पा और एनएएसी सलाहकार एमएस श्यामसुंदर का नाम एफआईआर में दर्ज है. हालांकि, उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.