प्रयागराज. महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ मची थी. भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हुए थे. हादसे के बाद सरकार पर आरोप लगा कि वीआईपी कल्चर के कारण व्यवस्थाएं चरमरा गई थी, जिसकी वजह से भगदड़ मची थी. मामले में संज्ञान लेते हुए सीएम योगी ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी को भी वीआईपी ट्रिटमेंट नहीं दिया जाएगा. सीएम योगी के आदेश के बावजूद महाकुंभ नगरी में VIP गाड़ियों की बेधड़क एंट्री जारी है.
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बता दें कि पुलिस और नेताओं के परिवारों की गाड़ियों को विशेष प्रोटोकॉल मिल रहा है. जबकि, दूध, सब्जी और पानी जैसे जरूरी चीजों को रोकने के लिए अधिकारी पूरी लगन से काम कर रहे हैं. महाकुंभ में CM के आदेशों को दरकिनार कर अधिकारी अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं. ‘No Vehicle Zone’ को एक तरह से ‘VIP Vehicle Zone’ में तब्दील कर दिया गया है, जिससे सामान्य लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कत हो रही है. जिसकी वजह से जनता में आक्रोश देकने को मिल रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या अधिकारी सीएम योगी से बड़े हैं, जो उनके आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं?
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महाकुंभ में 45 करोड़ लोग होंगे शामिल
महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है. हर 12 साल बाद लगने वाले इस कुंभ में 144 साल बाद खास संयोग बन रहा है, क्योंकि अब तक 12 कुंभ पूरे हो चुके हैं. इसी वजह से इसे महाकुंभ कहा जा रहा है और इसमें आने वाला श्रद्धालुओं की संख्या पहले के किसी भी कुंभ से ज्यादा है. ऐसे में कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती के लिए यूपी सरकार ने हाईटेक उपकरणों का सहारा लिया है और इस बार AI बेस्ड कैमरे की मदद से लोगों की गिनती की जा रही है.
महाकुंभ क्यों मनाया जाता है
पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के लिए देवताओं और असुरों के बीच 12 दिन घमासान युद्ध हुआ. अमृत को पाने की लड़ाई के बीच कलश से अमृत की कुछ बूंदें धरती के चार स्थानों पर गिरी थीं. ये जगह हैं प्रयागराज, उज्जैन, हरिद्वार और नासिक. इन्हीं चारों जगहों पर कुंभ का मेला लगता है. जब गुरु वृषभ राशि में और सूर्य मकर राशि में होते हैं तब कुंभ मेला प्रयागराज में आयोजित किया जाता है. जब गुरु और सूर्य सिंह राशि में होते हैं, तब कुंभ मेला नासिक में आयोजित होता है. गुरु के सिंह राशि और सूर्य के मेष राशि में होने पर कुंभ मेला उज्जैन में आयोजित होता है. सूर्य मेष राशि और गुरु कुंभ राशि में होते हैं, तब हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है.
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