रमेश बत्रा, तिल्दा-नेवरा. अग्रवाल महिला सम्मेलन तिल्दा शहर की ओर से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर तमाम बाधाओं के बीच अपने बच्चों की परवरिश कर समाज में सम्मान से साथ जीने के लायक बनाने वाली विधवा और परित्यकता महिलाओं का शाल, ‌श्रीफल भेंटकर से सम्मान किया. महिलाओं के लिए खेल का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने कहा कि बहुत समय बाद अपने लिए जीकर बहुत ही खुशी हुई है.

महिला दिवस के अवसर पर अग्रवाल महिला समाज की सदस्यों ने अपनी सास और माताओं के हाथों महिलाओं का सम्मान कराया. अग्रवाल महिला सम्मेलन के मीरा अग्रवाल, नीलम अग्रवाल, अनिता अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, सरला अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, ममता रायेखेड़ा, ममता, नीलकमल, रिकू, आशा, पिंकी अग्रवाल की मौजूद थे.
समाजसेवी मीरा अग्रवाल ने इस अवसर पर सम्मानित की गई महिलाओं के जीवन के देते हुए कहा कि विषम परिस्थियों में इन्होंने अकेले अपने परिवार और छोटे-छोटे बच्चों को मुकाम तक पहुंचाया. उनका हम नमन करते हैं, और इनके कार्यो से उन सभी महिलाओं को एक नई ताकत मिलेगी, साथ ही ओर हर समाज मे प्रेणा प्राप्त होगी.

काम आई माता-पिता की दी हुई शिक्षा

इस दौरान सम्मानित की गई महिलाओं ने अलग-अलग तरीके से अपना बीते दिनों व कठिनाइयों की बारे में बताया. कन्या हाई स्कूल में टीचर संध्या झा ने बताया कि बचपन में माता-पिता की दी हुई शिक्षा काम आई. जब वह अकेली हुई, बच्चे छोटे-छोटे थे, लेकिन परिश्रम व अकेलेपन के बाद भी अपने बच्चों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई, उनमें से एक बच्चा अब विदेश में है, तो दूसरा जबलपुर मेंं सर्विस कर रहा है. वे अब खुश हैं.

आयोजन की महिलाओं ने की खुले मन से प्रशंसा

पदमा ने बताया कि दुखी व परेशानी से आगे अगर हम मेहनत करते हैं, तो दुख दूर होते हैं. घरों में कार्यक्रमों में भोजन बनाकर जिंदगी का गुजारा कर परिवार को संभाली हूं. इसी तरह लता शर्मा, रेखा शर्मा, गायत्री केसरवानी, सीता शर्मा, नेहा भोजवानी, विमला ने भी अपने पुराने दिनों को याद किया. आशा शर्मा, विमला लाहोटी, उषा राठी ने आयोजन के लिए संस्था की प्रशंसा करते हुए इसमें भागीदार बनने पर खुशी मिलने की बात कही.