विक्रम मिश्र,लखनऊ। प्रयागराज के एडीजी जोन भानु भास्कर के मुताबिक अब महाकुंभ नगर में हर श्रद्धालु सुरक्षित है। क्योंकि ऑपरेशन 11 के तहत ही महाकुंभ में आने वाले हर आगंतुकों के साथ प्रयागराज की ट्रैफिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार ने सम्पूर्ण प्रयागराज डिवीजन में ऑपरेशन 11 के नियम कायदे कानून लागू कर दिए है। जिसके अनुसार महाकुंभ नगर में भीड़ को एक जगह इकट्ठा नहीं होने दिया जा रहा है। साथ ही इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से लगातार नजर बनाई जा रही है। जिससे कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना पर तुरंत रोकथाम लगाई जा सके।

कैसे काम कर रहा ऑपरेशन 11

ऑपरेशन 11 को एडीजी जोन भानु भास्कर लीड कर रहे है। और इस कार्यक्रम की निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय से हो रही है। आपको बता दें कि बसंत पंचमी के अमृत स्नान के अवसर पर मैन टू मैन मार्किंग के साथ काम किया जा रहा है। इसके तहत हर श्रद्धालु पर नजर रखी जा रही है। लगातार माइक से अनाउंस भी किया जा रहा है। जरूरी दिशा निर्देश एवं घाटों की जानकारी देने के लिए विशेष दस्ता तैयार किया है। जिससे कि पुरानी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

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महाकुंभ में अमृत स्नान जारी

महाकुंभ 2025 का तीसरा अमृत स्नान शुरु हो चुका है। साधु-सतों का जत्था त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान जारी है। त्रिवेणी संगम में सबसे पहले सुबह 5 बजे सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के संतों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान सैकड़ों साधु-संत और नागा सन्यासियों के जय श्री राम, हर हर महादेव के नारे के पूरा महाकुंभ गूंज उठा। सभी साधु संतों ने हर हर महादेव की गूंज के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई। त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान का यह सिलसिला दोपहर 2.25 बजे तक जारी रहेगा।

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महाकुंभ से जुड़ी पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के लिए देवताओं और असुरों के बीच 12 दिन घमासान युद्ध हुआ।अमृत को पाने की लड़ाई के बीच कलश से अमृत की कुछ बूंदें धरती के चार स्थानों पर गिरी थीं। ये जगह हैं प्रयागराज, उज्जैन, हरिद्वार और नासिक। इन्हीं चारों जगहों पर कुंभ का मेला लगता है। जब गुरु वृषभ राशि में और सूर्य मकर राशि में होते हैं तब कुंभ मेला प्रयागराज में आयोजित किया जाता है। जब गुरु और सूर्य सिंह राशि में होते हैं, तब कुंभ मेला नासिक में आयोजित होता है। गुरु के सिंह राशि और सूर्य के मेष राशि में होने पर कुंभ मेला उज्जैन में आयोजित होता है। सूर्य मेष राशि और गुरु कुंभ राशि में होते हैं, तब हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।