प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज प्रयागराज दौरे पर रहेंगे। जहां वे महाकुंभ क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे और किसी प्रकार की खामी पाए जाने पर उसके समाधान के लिए निर्देश देंगे। बसंत पंचमी के मौके पर सीएम योगी खुद वॉर रूम में बैठकर महाकुंभ की निगरानी कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी के आगमन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सीएम योगी और भूटान नरेश अमौसी एयरपोर्ट से रवाना होंगे और सुबह 10:30 बजे वे संगम नगरी प्रयागराज पहुंच जाएंगे।
प्रस्तावित दौरे के मुताबिक योगी संगम नोज, अक्षयवट और हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। 12:10 बजे सीएम संगम नोज और किला घाट का निरीक्षण करेंगे। 12:25 बजे अक्षय वट में दर्शन पूजन करेंगे। अक्षय वट से बड़े हनुमान मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे और वहां से दोपहर 1:05 बजे डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर का भ्रमण करेंगे। डिजिटल महाकुंभ के बाद योगी सीधे त्रिवेणी संकुल का दौरा करेंगे। महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद से ही योगी और पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करना उनका प्राथमिक उद्देश्य है।
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35 करोड़ से ज्यादा लोगों ने किया स्नान
महाकुंभ में देश-दुनिया के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालुओं के आने सिलसिला जारी है। बंसत पंचमी पर तीसरे अमृत स्नान में श्रद्धालुओं जनसैलाब उमड़ा। जहां आज सोमवार शाम तक 2 करोड़ 23 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। अब तक 35 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। आम जनता के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, अखिलेश यादव, रविकिशन,सीएम भजनलाल शर्मा समेत योगी और उनका पूरा मंत्रिमंडल गंगा में स्नान कर चुका है।
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महाकुंभ क्यों मनाया जाता है
पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के लिए देवताओं और असुरों के बीच 12 दिन घमासान युद्ध हुआ। अमृत को पाने की लड़ाई के बीच कलश से अमृत की कुछ बूंदें धरती के चार स्थानों पर गिरी थीं। ये जगह हैं प्रयागराज, उज्जैन, हरिद्वार और नासिक। इन्हीं चारों जगहों पर कुंभ का मेला लगता है। जब गुरु वृषभ राशि में और सूर्य मकर राशि में होते हैं तब कुंभ मेला प्रयागराज में आयोजित किया जाता है। जब गुरु और सूर्य सिंह राशि में होते हैं, तब कुंभ मेला नासिक में आयोजित होता है। गुरु के सिंह राशि और सूर्य के मेष राशि में होने पर कुंभ मेला उज्जैन में आयोजित होता है। सूर्य मेष राशि और गुरु कुंभ राशि में होते हैं, तब हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
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