प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में अवैध टेंट सिटी चलाने का मामला सामने आया है। मेला प्रशासन से मिलीभगत करके महीना भर से एक फर्जी टेंट सिटी चलाई गई। करोड़ों रुपए कमाए गए। जबकि ऐसी कोई टेंट सिटी का टेंडर या अलॉटमेंट ही नहीं हुआ था। जब इस शिविर में आग लगी तब भेद खुला कि गजब फर्जीवाड़ा और घपलेबाजी चल रही थी। यहां एक रात रुकने का मिनिमम किराया 20 हजार रखा गया था।
प्रशासन ने अवैध टेंट सिटी को कराया बंद
प्रयागराज महाकुंभ के आउटर क्षेत्र में बसाई गई अवैध टेंट सिटी “जुस्ता शिविर” को प्रशासन ने अब बंद कर दिया है। 30 जनवरी को यहां भीषण आग लगने से 15 टेंट जलकर खाक हो गए थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने टेंट सिटी के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस टेंट सिटी में वीआईपी रेस्टोरेंट, यज्ञशाला और गीजर जैसी सुविधाएं उपलब्ध थीं। प्रशासन ने यह कदम सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने और आगे किसी घटना को रोकने के लिए उठाया है।
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100 से ज्यादा लगाए गए थे लग्जरियस टेंट
बताया जा रहा है कि यह अवैध टेंट सिटी किसानों से लीज पर ली गई जमीन पर बनाई गई थी। देशी और विदेशी श्रद्धालुओं ने जमकर एडवांस बुकिंग भी कराई थी। यहां 100 से ज्यादा लग्जरियस टेंट लगाए गए थे। मामले की जानकारी लगते ही फूलपुर तहसील एसडीएम ने अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर तत्काल प्रभाव से इसे बंद कराया। टेंट सिटी के संचालक समेत कुल 8 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि जालसाजों ने श्रद्धालुओं के साथ धोखा किया है। इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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