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बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा के मशहूर अभिनेता सुजीत कुमार (Sujeet Kumar) अपनी खलनायक और सहायक भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे. 5 फरवरी 2010 को उनका निधन हो गया था. वह 75 वर्ष के थे और लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे.
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बता दें कि सुजीत कुमार (Sujeet Kumar) ने अपने करियर की शुरुआत 1960 के दशक में की थी और उन्होंने हिंदी व भोजपुरी फिल्मों में लंबा सफर तय किया है. उनकी सबसे अधिक पहचान खलनायक के रूप में बनी, लेकिन वह कई फिल्मों में सहायक और चरित्र भूमिकाओं में भी नज़र आए.
बॉलीवुड में सफर
सुजीत कुमार (Sujeet Kumar) ने राजेश खन्ना के साथ कई फिल्मों में काम किया और दोनों की जोड़ी पर्दे पर खूब पसंद की गई. ‘अराधना’ (1969), ‘इत्तेफाक’ (1969), और ‘हाथी मेरे साथी’ (1971) जैसी हिट फिल्मों में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी खासियत यह थी कि वह अपने सहज अभिनय से किरदार में जान डाल देते थे।
भोजपुरी सिनेमा में योगदान
भोजपुरी सिनेमा के पहले सुपरस्टार सुजीत कुमार (Sujeet Kumar) ही माने जाते हैं. उन्होंने ‘भईया दूज’ (1972) और ‘धरती मइया’ जैसी कई हिट भोजपुरी फिल्मों में काम किया. बाद में, उन्होंने निर्माता के रूप में भी हाथ आजमाया और ‘अबोध’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया.
शांत स्वभाव और दमदार स्क्रीन प्रेजेंस
फिल्म इंडस्ट्री में सुजीत कुमार (Sujeet Kumar) को उनके शांत स्वभाव और मिलनसार व्यक्तित्व के लिए जाना जाता था. उनके दोस्त और सह-कलाकार उन्हें एक मेहनती और समर्पित अभिनेता के रूप में याद करते हैं.