कुंदन कुमार, पटना. Bihar News: बिहार सरकार लगातार छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन दे रही है, जिसमें से 55% छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं. जबकि 45% छात्र बीबीए, बीसीए, एमसीए पॉलिटेक्निक सहित अन्य कोर्स करते हैं.

शिक्षा विभाग के मुताबिक कोर्स करने के बाद भी 60% ऐसे छात्र हैं, जिनका प्लेसमेंट सही जगह पर नहीं होता है. उनकी मासिक तनख्वाह काफी कम होने के कारण छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से जो पैसे बिहार सरकार से दिए हैं. उन्हें वापसी करने में दिक्कत होती है.

सॉफ्टवेयर डेवलप करेगा शिक्षा विभाग

इसलिए शिक्षा विभाग ने एक योजना बनाया है. इस योजना के तहत वह सबसे पहले वैसे स्टूडेंट को अच्छी जगह पर प्लेसमेंट कराएंगे, जिन्होंने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत सरकार से लोन लेकर पढ़ाई किया है. इसको लेकर बहुत जल्द शिक्षा विभाग एक सॉफ्टवेयर भी डेवलप करेगा और ऐसे संस्थानों को मॉनिटरिंग करेगा कि कौन ऐसा संस्थान हैं, जो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर पढ़ने वाले छात्रों को अच्छी जगह पर प्लेसमेंट करवा रहा है.

छात्रों को नहीं होगी नौकरी की दिक्कत

इससे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से लोन लेने वाले छात्र को नौकरी में भी कोई दिक्कत होगी, तो शिक्षा विभाग उसे मदद करने का काम करेगा. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि, पढ़ाई के बाद छात्रों को नौकरी भी उपलब्ध हो इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से अन्य विभागों व संस्थाओं से समन्वय बनाकर काम किया जाएगा, जिससे पढ़ाई के बाद छात्रों का कॉलेज कैंपस से ही प्लेसमेंट हो सके.

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