कुमार इंदर, जबलपुर। भारतीय रेल और भारतीय रेल में चलने वाले यात्री दोनों ही भगवान के भरोसे चल रहे हैं। जी हां यह बात इसलिए कहीं जारी है क्योंकि बार-बार हो रहे ट्रेनों में हो रही लूट, नकबजनी , जहर खुरानी जैसी घटनाएं बता रही है कि इंडियन रेलवे में सबकुछ आल इस वेल नहीं है। ताजा मामला होशंगाबाद जिले के पिपरिया रेलवे स्टेशन का है जहां पर गंगा कावेरी एक्सप्रेस जिसकी गाड़ी संख्या 12670 है के पेंट्रीकार के वेंडर पर अवैध वेंडर ने चाकू से हमला कर दिया। 

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दरअसल ट्रेन के जनरल कोच में सामान बेच रहे अवैध वेंडर को ट्रेन के पेंट्रीकार के वेंडर ने मना किया तो वो बहस करने लगा और देखते ही देखते अवैध वेंडर ने पैंटी कर के वेंडर पर चाकू से हमला कर दिया। हमला करते ही ट्रेन की कोच में चीख पुकार मच गई। काफी देर बाद आरपीएफ के जवान एक्टिव हुए और ट्रेन में जांच के लिए पहुंचे। लेकिन जब तक हमलावर आरोपी फरार हो चुका था।

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ट्रेन की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल 

इस घटना के बाद ट्रेन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। सवाल यह उठ रहा है की ट्रेन में आरपीएफ जवानों की मौजूदगी के बाद भी कैसे अवैध वेंडर घुसकर अपना सामान बेच रहे हैं । सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या अवैध वेंडरों द्वारा  बेचे जा रहे सामान से यात्रियों के जान माल की सुरक्षा को खतरा नहीं है।

यात्री किशोर मचाने पर भी नहीं जागा आरपीएफ 

इस हादसे में सबसे बड़ी लापरवाही तब देखने को मिली जब अवैध वेंडर द्वारा पेंट्रीकार के वेंडर पर चाकू से हमला किया तो यात्रियों ने काफी शोर मचाया लेकिन इतने हंगामे के बाद भी कोई भी आरपीएफ का जवान ट्रेन के कोच में नहीं पहुंचा।

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