इस प्रतिस्पर्धी माहौल में सीखी हुई बातों को याद रखने की क्षमता एक महत्वपूर्ण गुण है और इसलिए, याददाश्त जितनी मजबूत होगी, परिणाम उतने ही बेहतर प्राप्त किए जा सकेंगे. शिक्षा एक महत्वपूर्ण गुण है जो ज्ञान की महान दुनिया का द्वार खोलता है. माता-पिता अक्सर शिकायत करते हैं कि उनके बच्चे को कुछ भी याद नहीं रहता, उसकी याददाश्त कमजोर है. इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आप अपने बच्चे को कुछ मंत्र सिखा सकते हैं जिनका वे जाप कर सकते हैं, जिससे उनकी याददाश्त और एकाग्रता बढ़ सकती है.

हमारी आध्यात्मिक प्रणाली में पवित्र मंत्र शामिल हैं, जिनमें विभिन्न देवी-देवताओं का आह्वान किया जाता है तथा लोगों के जीवन और मामलों में उनके उदार हस्तक्षेप की कामना की जाती है. ये मंत्र सीखने और याददाश्त जैसे विभिन्न लाभ प्रदान कर सकते हैं. स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए गायत्री मंत्र, सरस्वती मंत्र, मां दुर्गा मंत्र, गुरु मंत्र और बुध मंत्र का जाप किया जा सकता है.

यहां कुछ मंत्र दिए गए हैं

  • गायत्री मंत्र: ॐ भूर् भुवः स्वः तत्सवितुर् वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्. इस मंत्र का जाप दिन के किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सूर्यास्त के बाद इसका जाप नहीं करना चाहिए.
  • सरस्वती मंत्र: ॐ ऐं महासरस्वत्ये नमः. इस मंत्र का प्रतिदिन कम से कम 21 बार जप करना चाहिए.
  • बृहस्पति ग्रह का मंत्र: ॐ ग्रामं ग्रीं ग्रपं स: गुरुवे नम:. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति ग्रह को ज्ञान का कारक माना जाता है.
  • बुध ग्रह का मंत्र: ॐ ब्रां ब्रह्म ब्रह्म ब्रह्म स बुधाय नमः. बुध को बुद्धि का ग्रह माना जाता है.
  • माँ दुर्गा का मंत्र: विद्यासु शास्त्रु विवेकदिपेशवदेषु च त्वदन्या. महान अंधकार, शांति का भ्रम.