Ratan Tata Will: दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) की वसीयत खोली गई है। इसमें एक नए नाम ने सनसनी फैला दी है। यह नाम मोहिनी मोहन दत्ता (Mohini Mohan Datta) है। रतन टाटा ने अपनी वसीयत में उन्हें 500 करोड़ रुपये दिया है। इस खुलासा से टाटा फैमिली में हर कोई हैरान है।
![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
Sohana Saba Arrested: एक्ट्रेस सोहाना सबा गिरफ्तार, डिटेक्टिव ब्रांच ने उनके आवास से कस्टडी में लिया
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जमशेदपुर के गुमनाम कारोबारी मोहिनी मोहन दत्ता (Mohini Mohan Datta) को ₹500 करोड़ से ज्यादा का अमाउंट दिया गया है। इस खबर के सामने आने के बाद अब ये सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि मोहिनी मोहन दत्ता कौन हैं? टाटा के जीवन में उनकी क्या भूमिका रही थी और उन्हें भारत के सबसे फेमस उद्योगपतियों में से एक की वसीयत में सबसे बड़ी व्यक्तिगत संपत्ति क्यों मिली?
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मोहिनी मोहन दत्ता रतन टाटा से पहली बार 1960 के दशक की शुरुआत में जमशेदपुर के डीलर्स हॉस्टल में मिले थे। उस समय, रतन टाटा 24 साल के थे और अपने फैमिली के विशाल साम्राज्य में अपना रास्ता तलाश रहे थे। उस मुलाकात ने दत्ता के जीवन की दिशा बदल दी थी। ये रतन टाटा के काफी करीबी माने जाते थे। वहीं कुछ रिपोर्ट में कहा गया है कि दत्ता सिर्फ एक सहयोगी नहीं थे, बल्कि वे अपने आपको रतन टाटा का दत्तक पुत्र बताते हैं। हालांकि, वसीयत (Ratan Tata Will) और उसके साथ दिए गए कोडसिल में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की और न ही कानूनी तौर पर बच्चों को गोद लिया।
फिरोज ने ‘मिथुन’ बनकर हिंदू लड़की को फंसाया, लव मैरिज की, फिर एक दिन आ पहुंची पहली पत्नी और फिर…
अक्टूबर 2024 में टाटा के अंतिम संस्कार के समय दत्ता ने कहा था कि हम पहली बार जमशेदपुर में डीलर्स हॉस्टल में मिले थे, जब रतन टाटा 24 साल के थे। उन्होंने मेरी मदद की और मुझे वाकई आगे बढ़ाया।
बिजनेस से भी बढ़कर है संबंध
दत्ता का टाटा फैमिली से संबंध व्यवसाय से कहीं आगे तक फैला हुआ है। उनकी बेटी ने ताज होटल्स में अपना करियर शुरू करने के बाद करीब एक दशक तक टाटा ट्रस्ट्स के साथ काम किया। वह दिसंबर 2024 में मुंबई के NCPA में टाटा की जयंती समारोह में भी अतिथि थे। इस कार्यक्रम में टाटा के सबसे भरोसेमंद नाम शामिल हुए थे।
दत्ता फैमिली को क्या-क्या मिलेगा
अपने गहरे संबंधों के बावजूद, दत्ता ने वसीयत पर असंतोष जाहिर किया है। वसीयत के अनुसार, वह टाटा की बची हुई संपत्ति का एक तिहाई हिस्सा पाने के हकदार हैं, जिसमें 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की बैंक डिपॉजिट, पेंटिंग और घड़ियों जैसी निजी चीजों की नीलामी से होने वाली आय शामिल है।
नोएल टाटा का नहीं है नाम
टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा और उनके बच्चों का नाम वसीयत में स्पष्ट रूप से नहीं है, जबकि जिमी टाटा को ₹50 करोड़ मिलने वाले हैं। वसीयत को अभी बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रमाणित किया जाना बाकी है।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक