लारिमार एक सुंदर और शक्तिशाली क्रिस्टल है, जो विशेष रूप से महिलाओं की आंतरिक दिव्य शक्ति को जागृत करने में सहायक माना जाता है. यह क्रिस्टल कैरेबियन सागर के हिसियोनिओला द्वीप में पाया जाता है और इसे ‘डॉल्फिन स्टोन’, ‘अटलांटिक स्टोन’ और ‘सोलमेट स्टोन’ के नाम से भी जाना जाता है. इसका रंग आसमानी नीला होता है, जिसमें सफेद और हल्के हरे रंग की चमक होती है. यह क्रिस्टल जल और अग्नि तत्वों का संतुलन प्रदान करता है तथा हमारे आज्ञा चक्र और विशुद्धि चक्र पर विशेष प्रभाव डालता है. यह ध्यान, योग और आध्यात्मिक उन्नति में मदद करता है. जो लोग शर्मीले होते हैं या संचार कौशल में कमजोर होते हैं, उन्हें यह पत्थर पहनने की सलाह दी जाती है. यह देवी साधना करने वालों के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है.

लारिमार प्रेम और रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करता है. यह भावनात्मक आघात, टूटे रिश्तों और नकारात्मकता से मुक्त करने में सहायक होता है. इसे घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक शांति मिलती है. यह क्रिस्टल हार्मोन संतुलन, गर्भावस्था में सहायता, पुरुषों की प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए भी लाभकारी है. यह गायक, कलाकार और आध्यात्मिक यात्रियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है. गुस्से को शांत करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और कुंडलिनी ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करने में भी यह सहायक है. लारिमार क्रिस्टल न केवल आध्यात्मिक बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी संतुलित करने वाला एक दिव्य रत्न है.