कोरबा। छत्तीसगढ़ में पटवारी क्या बेलगाम हो गए हैं? दरअसल कोरबा की घटना कुछ यूँ ही बयां करती नजर आ रही है. पटवारी ने नियम कानून को ताक पर रखकर 250 एकड़ जमीन की बंदरबांट कर दी. इस मामले का खुलासा होने के बाद कलेक्टर ने पटवारी को निलंबित कर दिया है. साथ ही पटवारी समेत राजस्व रिकॉर्ड में गैर कानूनी ढंग से अपना नाम चढ़वाने वाले दस लोगों के ख़िलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं. यह भी पढ़ें : सेवानिवृत्ति के 6 माह पश्चात् जीपीएफ से नहीं कर सकते वसूली, हाई कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला…

मामला कोरबा जिले के करतला तहसील अंतर्गत हल्का नंबर 34 ग्राम चोरभट्टी का है, जहां के पटवारी लोकेश्वर मैत्री के खिलाफ करीबन 250 एकड़ शासकीय जमीन निजी व्यक्तियों के नाम पर चढ़ाने की शिकायत हुई.

कलेक्टर अजीत बसंत ने मामले की जांच की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंपी. जांच में छोटे झाड़ के जंगल के रूप में राजस्व अभिलेखों में दर्ज भूमि को निजी व्यक्तियों के नाम पर चढ़ाए जाने की पुष्टि हुई. यही नहीं लोगों ने अपने नाम से चढ़ाई गई जमीन को विभिन्न बैंकों में बंधक बनाते हुए लोन भी ले लिया है.

जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद पटवारी लोकेश्वर मैत्री को निलंबित करते हुए पटवारी, कंप्यूटर ऑपरेटर बिट्टू के साथ कथित 10 भूमि स्वामियों के खिलाफ कलेक्टर ने एफआईआर के निर्देश दिए हैं.