FADA Reports: भारत में जनवरी 2025 में ऑटो रिटेल बिक्री में साल-दर-साल 7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जब कुल 22,91,621 यूनिट्स की बिक्री हुई। यह वृद्धि विभिन्न वाहन श्रेणियों—दोपहिया (2-व्हीलर), तिपहिया (3-व्हीलर), पैसेंजर व्हीकल (PV), ट्रैक्टर और कमर्शियल व्हीकल—में सकारात्मक बाजार संकेतों को दर्शाती है, जैसा कि फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन्स (FADA) के अध्यक्ष सी. एस. विनयेश्वर ने बताया।

मुख्य बातें

  • पैसेंजर व्हीकल (PV): पीवी बिक्री में 16% की छलांग लगाकर 4,65,920 यूनिट्स हो गई। डीलरों का मानना है कि पिछले वर्ष भारी छूटों के कारण पुराने मॉडलों की बिक्री प्रभावित हुई थी, जिससे इस साल मांग में सुधार देखने को मिला।
  • इंवेंटरी प्रबंधन: डीलरों ने बताया कि स्टॉक स्तर में सुधार हुआ है, जिससे औसत इन्वेंटरी 50-55 दिनों तक सीमित हो गई है, जो सप्लाई और डिमांड बैलेंस में सुधार का संकेत है।
  • दोपहिया वाहन: दोपहिया रिटेल बिक्री में 4% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे कुल बिक्री 15,25,862 यूनिट्स तक पहुंच गई। शहरी क्षेत्रों में बिक्री की दर ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में थोड़ी अधिक रही (5% बनाम 4%)।

कमर्शियल व्हीकल, ट्रैक्टर और तिपहिया (3-व्हीलर):

  • कमर्शियल व्हीकल (CV) बिक्री में 8% की बढ़ोतरी हुई और कुल 99,425 यूनिट्स बेची गईं।
  • ट्रैक्टर बिक्री में 5% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • तिपहिया (3-व्हीलर) बिक्री में 7% की बढ़ोतरी हुई।

आगे की दिशा (FADA Reports)

डीलरों के मुताबिक, नए मॉडल लॉन्च, शादी के मौसम की मांग और बेहतर फाइनेंसिंग विकल्प प्रमुख विकास कारक हैं। हालाँकि, बढ़ती ब्याज दरें, ग्रामीण क्षेत्रों में नकदी की कमी और बाजार में अनिश्चितता जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं।

एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार:

  • 46% डीलर फरवरी में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
  • 43% को बिक्री स्थिर रहने की आशा है।
  • 11% को गिरावट का अनुमान है।

FADA का मानना है कि सुधार के सकारात्मक संकेतों के बावजूद, क्षेत्र में चुनौतियाँ बनी रहेंगी। नीति-संबंधी कदम और बजट के बाद उपभोक्ता भरोसे में वृद्धि से फरवरी में स्थिरता या मामूली वृद्धि की संभावना है।