स्पोर्ट्स डेस्क– भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 वनडे मैच की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला जाएगा, जिस पर सबकी नजर रहेगी. सीरीज के चौथे वनडे मैच में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में बदलाव करते हुए एम एस धोनी को आराम दिया गया था, और रिषभ पंत को टीम में शामिल किया गया था, साथ ही रिषभ पंत ने विकेटकीपिंग भी की.

इस मैच में टीम इंडिया ने 358 रन बनाए, और कंगारुओं ने 359 रन के टारगेट को चेज कर दिया, जिसके बाद मैच में युवा रिषभ पंत की आलोचना शुरू हो गई, मैच खत्म होने के बाद कप्तान कोहली ने भी टीम इंडिया की हार में एक वजह रिषभ पंत की खराब विकेटकीपिंग को भी शामिल किया.

इतना ही नहीं मैच के दौरान जब रिषभ पंत ने स्टंपिंग मिस किया तो दर्शकों ने धोनी-धोनी करके हूटिंग भी की. इसके अलावा सोशल मीडिया में भी रिषभ पंत को जमकर ट्रोल किया गया.

अब इन सबके बाद रिषभ पंत के कोच तारक सिन्हा ने रिषभ पंत का बचाव करते हुए कहा है कि अपने शुरुआती समय में एम एस धोनी भी स्टंपिंग छोड़ते थे और कैच छोड़ते थे, एक अंग्रेजी अखबार के हवाले से पंत के कोच तारक सिन्हा ने कहा कि आज के रिषभ पंत और 14 साल के एम एस धोनी में काफी अंतर है, रिषभ की आलोचना इसलिए हो रही है क्योंकि रिषभ पंत भी एम एस धोनी की तरह ही बल्लेबाजी औऱ विकेटकीपिंग करते हैं.

लेकिन ये बात भी सोचने वाली है, कि जब एम एस धोनी ने टीम में जगह  बनाई तो उनके दौर में कॉम्पटीशन में दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल थे जो खुद भी टीम में जगह बनाने की जद्दोजहद में थे, लेकिन रिषभ पंत को एम एस धोनी को रिप्लेस करना है, जो भारत के महान विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, इसलिए ये इतना आसान  नहीं होगा, रिषभ की आलोचना अभी सही नहीं है, उन्हें फ्री होकर खेलने देने की जरूरत है. क्योंकि जब रिषभ बिना किसी प्रेशर के खेलते हैं तो उनका प्रदर्शन शानदार रहता है.