पेरिस में आयोजित AI सम्मेलन में विश्व के नेताओं और तकनीकी दिग्गजों ने नए निवेश की घोषणाओं के साथ-साथ AI को सुरक्षित रूप से अपनाने पर चर्चा की. इस सम्मेलन में हल्की नियमावली के पक्ष में आवाज उठाई जा रही है, ताकि नवाचार को प्रोत्साहन मिल सके और व्यापार में रुकावटें कम हों.

नियमों में ढील और नवाचार की चुनौती

पिछले सम्मेलनों में AI के खतरों पर जोर देने के बाद अब हल्की निगरानी की मांग तेज हो गई है. अमेरिकी अध्यक्ष ने पूर्व गार्डरेल्स को हटाते हुए अमेरिकी प्रतिस्पर्धा पर बल दिया, जिससे यूरोपीय यूनियन पर भी दबाव बढ़ा है कि वे अपनी नई AI अधिनियम में लचीलेपन की व्यवस्था करें. OpenAI के CEO, सैम अल्टमैन ने कहा कि विकास, नौकरियां और प्रगति के लिए नवप्रवर्तकों को बिना रुकावट के काम करने देना चाहिए.

नई साझेदारियाँ और निवेश

सम्मेलन का एक प्रमुख परिणाम रहा ‘Current AI’ नामक पहल का उद्घाटन, जिसमें फ्रांस, जर्मनी, Google और Salesforce जैसे दिग्गज शामिल हैं. इस साझेदारी में शुरूआती निवेश $400 मिलियन से लेकर अगले पांच वर्षों में कुल $2.5 बिलियन तक की राशि लगाने का लक्ष्य है. इसका उद्देश्य AI के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला डेटा उपलब्ध कराना और खुले स्रोत के उपकरणों में निवेश करना है.

साथ ही, फ्रांस ने निजी क्षेत्र में लगभग 109 अरब यूरो (लगभग $113 बिलियन) के निवेश की घोषणा की, जिससे देश में महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स को बल मिलेगा. Hugging Face के CEO, क्लेम डेलांग्यू ने बताया कि उनकी कंपनी फ्रांस में अपने निवेश को दोगुना करने का विचार रखती है.

विभिन्न मत और चुनौतियाँ

जहाँ कुछ नेताओं का मानना है कि नियमों में ढील नवाचार को बढ़ावा देगी, वहीं अन्य विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जरूरत से ज्यादा छूट सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है. अमेरिकी और यूरोपीय नियामकों के बीच नियमों को लेकर काफी अंतर है, जबकि लेबर नेताओं ने AI के प्रभाव से नौकरियों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव की चिंता जताई है.

उच्च स्तरीय बातचीत और भविष्य की योजनाएं

सम्मेलन में यूएस वाइस प्रीमियर जे.डी. वेंस और चीन के उप प्रधानमंत्री झांग गुओचिंग समेत शीर्ष राजनीतिक नेता भाग ले रहे हैं. साथ ही Alphabet के CEO सुंदर पिचाई और OpenAI के सैम अल्टमैन जैसे उद्योग दिग्गज भी अपनी राय साझा करेंगे. पर्यावरणीय चिंताओं और AI की विशाल ऊर्जा खपत पर भी चर्चा की जा रही है.

इस सम्मेलन से स्पष्ट होता है कि वैश्विक स्तर पर AI के विकास और इसके नियामक ढांचे को लेकर संतुलन बनाने की कोशिश जारी है, जिससे नवाचार को प्रोत्साहन मिल सके और साथ ही सुरक्षा मानकों को भी बनाए रखा जा सके.