दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में BJP की जीत पर शिवसेना (UBT) ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. आम आदमी पार्टी की हार का कांग्रेस (Congress) पर ठीकरा फोड़ा है. शिवसेना (Shiv Sena) के मुखपत्र में दावा किया गया है कि 14 सीटों पर AAP की हार कांग्रेस की वजह से हुई. शिवसेना UBT ने कहा कि AAP से लड़ने के बाद आखिर कांग्रेस के हाथ क्या लगा? ‘सामना’ ने संपादकीय में ‘आप’ की हार पर कांग्रेस की कड़ी आलोचना की गई है.
![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद इंडिया गठबंधन के पार्टियां हार की जिम्मेदार कांग्रेस को ठहरा रहे है. अब आप की हार को लेकर शिवेसना यूबीटी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आपस में लड़कर बीजेपी का राह आसान कर दिया.
लोकसभा में कल पेश होगा न्यू इनकम टैक्स बिल, जानें आम आदमी के लिए क्या-क्या बदल जाएगा?
शिवसेना ने ‘सामना’ के संपादकीय में उमर अब्दुल्ला के बयान पर सहमति जताते हुए कहा गया कि, दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस न सिर्फ एक-दूसरे के खिलाफ लड़े, बल्कि एक-दूसरे की इज्जत तार-तार कर दी. इस तरह इन दोनों ने भाजपा का काम आसान कर दिया.
बंद हो जाएगी ‘मंईयां सम्मान योजना’! जानें झारखंड के मंत्री ने फंड को लेकर क्या कहा?
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र करते ‘सामना’ में लिखा, उमर अब्दुला द्वारा व्यक्त किया गया गुस्सा व्यावहारिक है. वह ठीक ही कहते हैं, “आपस में जी भर के लड़ो और एक-दूसरे को खत्म करो.” Congress को आम आदमी पार्टी की हार का कारण बताते हुए कहा गया है कि कांग्रेस का दिल्ली की 14 सीटों पर AAP की हार में योगदान रहा. इसी तरह हरियाणा में भी हुआ. सामना में शिवसेना ने पूछा कि AAP से लड़ने के बाद आखिर कांग्रेस के हाथ क्या लगा?
दिल्ली के नतीजे का असर लोकतंत्र पर पड़ेगा- सामना
सामना में आगे लिखा है, “कांग्रेस पार्टी में क्या कोई छिपी हुई ताकतें हैं, जो हमेशा राहुल गांधी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं? कांग्रेस नेता अगर यह कह रहे हैं कि AAP को जिताना कांग्रेस की जिम्मेदारी नहीं है तो यह गलती है और एक तरह का अहंकार है तो क्या मोदी-शाह की तानाशाही को जिताने की जिम्मेदारी आपस में लड़ने वालों की है? दिल्ली के नतीजे का असर लोकतंत्र पर पड़ेगा.”
सामना में कहा गया कि, दिल्ली में AAP और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे को खत्म करने के लिए लड़ाई लड़ी, जिससे मोदी-शाह के लिए जगह बनी. अगर इसी तरह काम करना है तो गठबंधन वगैरह क्यों बनाया जाए? जी भर के लडो़! अगर महाराष्ट्र के बाद दिल्ली के नतीजों से भी कोई सबक नहीं लेता तो तानाशाह की जीत में योगदान देने का पुण्य ले लो और उसके लिए गंगा स्नान की भी जरूरत नहीं पड़ेगी!
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक