लखनऊ. राज्यसभा में पेश किए गए वक्फ संशोधन विधेयक पर लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा, “हमें इस विधेयक पर पहले दिन से ही आपत्ति थी. वक्फ ‘मुसलमानों के लिए, मुसलमानों द्वारा’ है. मुस्लिम समुदाय की सहमति के बिना इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए. हमारी जानकारी के अनुसार, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और विपक्षी सांसदों द्वारा उठाई गई आपत्तियों को विधेयक में शामिल नहीं किया गया है.”

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बता दें कि बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन संसद में वक्फ संशोधित बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पेश करने को लेकर हंगामा हुआ. इस बिल को लेकर विपक्षी दलों ने असहमति जताई. विपक्षी दलों का आरोप है कि जेपीसी रिपोर्ट में उनकी असहमतियों को डिलीट कर दिया गया.

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राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘जेपीसी की यह रिपोर्ट फर्जी है. इसमें विपक्ष की असहमतियों को डिलीट कर दिया गया. ये असंवैधानिक है. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी बिल का विरोध जताते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.