ज्योतिष में राहु को एक छाया ग्रह माना जाता है, जो मानसिक अशांति, भ्रम, चिंता और अप्रत्याशित समस्याओं का कारण बन सकता है. यदि कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में हो, तो यह व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. अगर आपको लग रहा है कि राहु के कारण मानसिक अशांति बढ़ रही है, तो किसी अच्छे ज्योतिषी से कुंडली विश्लेषण करवाना फायदेमंद हो सकता है.

राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय

  • हनुमान जी की पूजा करें – हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें और हर मंगलवार व शनिवार को हनुमान मंदिर जाएं.
  • रुद्राभिषेक करें – भगवान शिव की उपासना से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं.
  • गौ सेवा करें – गाय को हरा चारा या गुड़ खिलाना शुभ माना जाता है.
  • काली चीजों का दान करें – काले तिल, काले कपड़े, सरसों का तेल, उड़द दाल और लोहे से बनी वस्तुएं दान करें.
  • मंत्र का जाप करें –
    “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” मंत्र का रोज़ 108 बार जाप करें.
  • नीला या काला धागा बांधें – दाएं हाथ की कलाई में या गले में नीला या काला धागा धारण करना लाभकारी हो सकता है.
  • यंत्र स्थापित करें – ज्योतिषीय सलाह के अनुसार राहु यंत्र धारण करें और उसकी पूजा करें.